नए साल पर मुरादाबाद के लोगों को बंदरों से मिलेगा छुटकारा, किया गया ये बड़ा काम
यूपी के मुरादाबाद में बंदरों का आतंक दिन रोजाना बढ़ता जा रहा था। बंदर राह चलते राहगीरों को या फिर किसी सार्वजनिक स्थल पर घूम रहे लोगों के साथ घटना को अंजाम दे दिया करते थे। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए अब शहर वासियों के लिए एक राहत की समाचार सामने आई है। नए वर्ष पर जिले के लोगों को बंदरों से छुटकारा मिल जाएगा। क्योंकि नगर निगम वन विभाग और पशु चिकित्सा विभाग के ऑफिसरों की 10 सदस्य कमेटी गठित कर दी गई है।
लोगों ने पहले ही कर लिया था बंदरों से निजात पाने का इंतजाम
जिले में लगातार बढ़ रहे बंदरों के आतंक को देखते हुए लोगों ने अपने घरों पर जाल और तारबंदी कर बंदरों से निजात पाने के व्यवस्था की प्रयास की थी। लेकिन बंदर जिला हॉस्पिटल पार्क सहित आदि सार्वजनिक स्थलों पर फिर भी अपने आतंक मचाने से बाज नहीं आ रहे थे। आए दिन कोई ना कोई घटना को अंजाम दे दिया करते थे। लेकिन अब नए वर्ष पर जिले के लोगों को तोहफे के रूप में बंदरों से निजात मिल जाएगी।
मथुरा की एजेंसी पकड़ेगी बंदर
नगर आयुक्त संजय चौहान ने कहा कि नगर निगम ने मथुरा की एजेंसी से बंदर पक़ड़ने के लिए करार भी कर लिया है। एजेंसी ने काम प्रारम्भ कर दिया है। वन विभाग बंदरों को जंगल में छुड़वाएगा। कमेटी पूरे काम की नज़र करेगी। बता दें कि अब तक नगर निगम प्रशासन बंदरों के वन्य जीव की श्रेणी में आने के कारण पकड़ने से बचता रहा है। निगम के अधिकारी वन विभाग के ऑफिसरों पर जिम्मेदारी डाल कर बच जाते थे। हिंदुस्तान गवर्नमेंट ने बंदरों को वन्य जीव संरक्षण संशोधन विधेयक-2022 में बाहर करने का नोटिफिकेशन जारी करने के बाद यह पाबंदी समाप्त हो गई है।
96 बंदरों को पकड़ा
अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार ने कहा कि मथुरा से मुरादाबाद पहुंची टीम ने बंदरों को पकड़ना प्रारम्भ कर दिया है। पहले दिन जिला कोर्ट परिसर वह उसके आसपास के क्षेत्र में घूम रहे 21 बंदरों के बच्चे सहित टोटल 96 बंदरों को पड़कर पिंजरे में कैद कर लिया है। इसके साथ ही लगातार अभियान चलाया जा रहा है।बंदरों की धर पकड प्रारम्भ की जा रही है।