बीजेपी की 10वीं लिस्ट में बलिया से वर्तमान सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त का कटा टिकट
Loksabha Election 2024: बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की दसवीं लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में भी कई दिग्गज नेताओं के टिकट काट दिए गए हैं। इससे पहले भी भाजपा की लिस्ट में कई बड़े नेताओं को टिकट से बेदखल किया गया था। इसमें कई मंत्री-सांसद के टिकट काटे गए हैं। अब बात भाजपा की 10वीं लिस्ट से ही प्रारम्भ करते हैं। इस लिस्ट में बलिया से वर्तमान सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त का टिकट काट दिया गया है। इससे पहले की सूचियों में भी कई बार मंत्री रहे सांसदों के टिकट भी काटे गए हैं।
तीन के सांसद को नहीं मिला टिकट
बलिया लोकसभा सीट से पार्टी ने पूर्व पीएम चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर को उम्मीदवार बनाया है। वीरेन्द्र सिंह मस्त वर्तमान में इसी सीट से सांसद निर्वाचित हुए थे। इससे पहले वह साल 2014 में भदोही लोकसभा सीट से सांसद रहे वीरेन्द्र सिंह मस्त दो बार मिर्जापुर सीट से भी सांसद निर्वाचित होते रहे हैं। उन्हें बीजेपी किसान मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बनाया गया था। इस बार उनका टिकट काट दिया गया है।
रीता बहुगुणा जोशी का टिकट कटा
इलाहाबाद यानि प्रयागराज लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद रीता बहुगुणा जोशी का टिकट काट दिया गया है। यहां पर बीजेपी ने पार्टी के दिग्गज नेता रहे केसरी नाथ त्रिपाठी के पुत्र नीरज त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया है। बता दें कि रीता बहुगुणा जोशी किसी समय में कांग्रेस पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष हुआ करती थीं। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन किया था, जिसके बाद वह उत्तर प्रदेश गवर्नमेंट में मंत्री रहीं और उसके बाद पिछले लोकसभा चुनाव में वह इलाहाबाद लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुईं।
8 बार के सांसद को भी टिकट नहीं
भाजपा के दिग्गज नेता और केंद्र गवर्नमेंट में मंत्री रहे संतोष गंगवार को भी टिकट नहीं मिला। वह 8 बार के सांसद हैं। संतोष गंगवार बरेली लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित होते थे। इस बार पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया है। बीजेपी ने बरेली लोकसभा सीट से छत्रपाल गंगवार को प्रत्याशी बनाया है। इसी तरह केंद्रीय मंती रहे अश्विनी चौबे का भी टिकट काट दिया गया है। वह बिहार की बक्सर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते थे। वह दोनों बार केंद्र गवर्नमेंट में मंत्री रहे हैं। इसी तरह गाजियाबाद लोकसभा सीट से जनरल वीके सिंह का भी नाम इस बार टिकट पाने वालों में नहीं है। उनका टिकट भी काट दिया गया है। उनकी स्थान बीजेपी ने इस बार अतुल गर्ग को प्रत्याशी बनाया है। इस तरह पूर्व केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन को भी बीजेपी ने उम्मीदवार नहीं बनाया है। उनकी स्थान पार्टी ने व्यापारी प्रवीण खंडेलवाल को मैदान में उतारा है। हर्षवर्धन चांदनी चौक लोकसभा सीट से सांसद चुने जाते रहे हैं। इससे पहले वह कई बार विधायक भी रहे हैं। इसी तरह पार्टी ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्र में मंत्री रहे रमेश पोखरियाल निशंक को भी इस बार लोकसभा प्रत्याशी नहीं बनाया है।
चर्चित सांसदों को भी टिकट नहीं
भाजपा की लिस्ट में कई उन सांसदों के नाम भी नहीं है, जो काफी चर्चा में रहते थे। इसमें कई प्रमुख सांसद हैं। उत्तर प्रदेश की पीलीभीत सीट से सांसद वरुण गांधी को भी पार्टी ने इस बार टिकट से बेदखल कर दिया है। वहां पर बीजेपी ने उत्तर प्रदेश गवर्नमेंट के मंत्री जतिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। इसी तरह भाजपा ने केंद्रीय मंत्री रहीं मीनाक्षी लेखी का भी टिकट काट दिया। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें पार्टी ने नयी दिल्ली लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था। इस बार वहां से सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को उम्मीदवार बनाया गया है। इसी तरह कानपुर से सत्यदेव पचौरी, बहराइच से अक्षयवर लाल गौड़, हाथरस से सांसद राजवीर सिंह, मेरठ से राजेन्द्र अग्रवाल समेत परवेश वर्मा और रमेश बिधूड़ी, गौतम गंभीर, प्रज्ञा ठाकुर आदि का भी टिकट काट दिया गया है। अब तक बीजेपी ने अपने सौ से अधिक सांसदों के टिकट काटे हैं।