उत्तर प्रदेश

मुख्तार अंसारी की मौत के बाद पूरे राज्य में किया गया हाई अलर्ट घोषित

उत्तर प्रदेश का माफिया डॉन मुख्तार अंसारी हमेशा के लिए सो चुका है. मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से 28 मार्च को मृत्यु हो गई है. हॉस्पिटल में उपचार के दौरान उसने आखिरी सांसे ली है. मुख्तार अंसारी की मृत्यु के बाद पूरे राज्य में हाई अलर्ट घोषित किया गया है. मऊ, बांदा और गाजीपुर में धारा 144 लागू की गई है. मुख्तार अंसारी के मृतशरीर को पोस्टमार्टम के बाद उनके पैतृक आवास ले जाया जाएगा. मुख्तार अंसारी का पैतृक आवास गाजीपुर के मोहम्मदाबाद है, जहां उसे अपने पिता की कब्र के पास ही सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा.

मुख्तार अंसारी को सुपुर्द-ए-खाक करने से पहले डीआईजी वाराणसी रेंज ओमप्रकाश सिंह, जिलाधिकारी आर्यका अखौरी और एसपी ओमवीर सिंह पुलिस बल के साथ कब्रिस्तान का मुआयना कर चुके है. बता दें कि मुख्तार अंसारी को उसके पिता सुभान उल्लाह अंसारी के पास की कब्र में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. अभी तक मुख्तार अंसारी का मृतशरीर उसके परिवार को सौंपा नहीं गया है. मृतशरीर सौंपे जाने के बाद ही उसे सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा.

माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी को बृहस्पतिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद जिला कारावास से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मृत्यु हो गई. बांदा कारावास में बंद अंसारी (63) को आज शाम मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था. रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज की ओर से देर रात जारी मेडिकल बुलेटिन में बोला गया है, आज रात लगभग 8:25 बजे कारावास कर्मी बेहोशी की हालत में दोषी/विचाराधीन कैदी मुख्तार अंसारी को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बांदा के आकस्मिक विभाग में लाए. नौ डॉक्टरों की टीम ने रोगी को तुरन्त चिकित्सा प्रदान की. परंतु भरसक प्रयासों के बावजूद दिल का दौरा पड़ने से रोगी की मृत्यु हो गई.

सुरक्षा के पुरे इंतजाम
उत्तर प्रदेश पुलिस ने पूरे प्रदेश में निषेधाज्ञा लागू कर दी है. बांदा, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी जैसे जिलों में पुलिस की टीम गश्त लगा रही हैं. इस बीच, मुख्तार अंसारी की मृत्यु के मद्देनजर राज्य गवर्नमेंट ने पूरे राज्य में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के अनुसार निषेधाज्ञा लगा दी है. यूपी के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा, कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पूरे राज्य में धारा-144 लागू कर दी गई है. हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं. इसके अतिरिक्त बांदा, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी जिलों में फोर्स की विशेष तैनाती की गई है. महानिदेशक ने कहा, इन जिलों में क्षेत्रीय पुलिस के साथ केंद्रीय अनुसंधान पुलिस बलों की टीम तैनात की जा चुकी हैं. जमीनी स्तर पर स्थिति को नियंत्रित करने के अतिरिक्त औनलाइन माध्यमों पर नजर रखने के लिए यूपी पुलिस के सोशल मीडिया प्रकोष्ठ को एक्टिव कर दिया गया है.

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