उत्तर प्रदेश

दिवाली पर 500 साल बाद बन रहा 8 शुभ योग, इस शुभ मुहूर्त में होगी लक्ष्मी पूजा

अयोध्या: सनातन धर्म दिवाली का पर्व बहुत जरूरी माना जाता है धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन लक्ष्मी और गणेश की पूजा का विधान है ज्योतिष गणना के अनुसार कई सालों बाद इस बार के दिवाली पर अद्भुत संयोग का निर्माण हो रहा है हिंदू पंचांग के अनुसार 12 नवंबर को दिवाली मनाई जाएगी ज्योतिष गणना की माने तो दोपहर 2:30 से अमावस्या तिथि की आरंभ होगी और प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजा के समय पांच राजयोग के साथ-साथ आयुष्मान सौभाग्य और महालक्ष्मी योग भी बना रहे हैं

इस तरह से सब मिलकर दिवाली के दिन 8 शुभ संयोग हैं अयोध्या की ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि लगभग 500 सालों बाद दिवाली पर अद्भुत संयोग का निर्माण हो रहा है, जिसमें गजकेसरी योग, उभयचरी योग, हर्ष और दूर्धरा नाम के पांच राज योग का निर्माण हो रहा है ऐसा योग धन फायदा संपत्ति और प्रतिष्ठा के साथ कामयाबी और उभयचरी योग आर्थिक समृद्धि को बढ़ाता है

दीपावली के दिन लक्ष्मी गणेश की पूजा का विधान है प्रदोष काल में लक्ष्मी गणेश की पूजा करने से अनेक तरह की परेशानियां दूर होती हैं, मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजन के लिए सर्वाधिक उपयुक्त समय माना जाता है 12 नवंबर को प्रदोष कल शाम 5:28 से प्रारंभ होकर रात्रि 8 मिनट तक रहेगा

इस शुभ मुहूर्त में होगी लक्ष्मी पूजा
इतना ही नहीं इस वर्ष दिवाली को लेकर लोगों में कंफ्यूजन भी है कि दो दिनों तक दिवाली का पर्व मनाया जाएगा अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि अमावस्या तिथि 12 नवंबर को दोपहर 2:44 से प्रारम्भ होगी और 13 नवंबर दोपहर 2:56 तक रहेगी धार्मिक ग्रंथो के अनुसार प्रदोष कल्याणी सूर्यास्त के समय ही अमावस्या तिथि के दिन लक्ष्मी पूजन किया जाता है ऐसी स्थिति में 12 नवंबर को ही दिवाली का पर्व मनाया जाएगा

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