ग्रेटर नोएडा में धोखाधड़ी से एटीएम बदलकर ठगी करने वाले गिरोह का एक सदस्य हुआ गिरफ्तार
ग्रेटर नोएडा के थाना बिसरख पुलिस ने धोखाधड़ी से एटीएम बदलकर ठगी करने वाले रैकेट के एक सदस्य को अरैस्ट किया है। इसके कब्जे से विभिन्न बैंकों के 28 एटीएम कार्ड और 20,500 रूपये बरामद हुए है। इस रैकेट के मुखिया सहित दो लोग फरार चल रहे है। जिनकी तलाश की जा रही है।
उसके खाते से 50000 निकाले गए
दरसअल 25 अगस्त को बिसरख पुलिस को किशनलाल नाम के पुरुष ने सूचना दी कि तिगड़ी के एक्सिंस बैंक के एटीएम मशीन में जब वह पैसे निकालने के लिए गए, तो उनका एटीएम कार्ड मशीन के अंदर ही फंस गया। इसके बाद उन्होंने देखा कि वहां पर एक नंबर लिखा हुआ था। उस नंबर पर पीड़ित ने कॉल कर दी। जिस पर उधर से कहा गया कि अपना पिन डाल दो और कार्ड निकल आएगा। पीड़ित ने अपना पिन नंबर भी डाल दिया। लेकिन कार्ड नहीं निकला। काफी देर तक पीड़ित एटीएम बूथ में ही खड़ा रहा। लेकिन उसका कार्ड नहीं निकला। काफी देर होने के बाद उसने दोबारा से कॉल किया, तो उधर से कहा गया कि अपना कार्ड सुबह ले जाना। मैं रात में आऊंगा। उसने स्वयं को एटीएम बूथ का गार्ड बताया। इसके बाद पीड़ित वहां से चला गया। उसके बाद पीड़ित को अपने टेलीफोन पर 10000 निकालने का मैसेज आया। इसके बाद वह चौक गया। लगातार पांच बार 10000 निकल गए। इस तरह से कुल मिलाकर उसके खाते से 50000 निकाले गए।
सुबह एटीएम बूथ पर दोबारा से पहुंचा पीड़ित
इसके बाद वह सुबह एटीएम बूथ पर दोबारा से पहुंचा। जहां पर गार्ड उपस्थित था। उसने पूरी बात गार्ड को बताई और गार्ड ने बोला कि एटीएम मशीन में कोई भी कार्ड नहीं है। इस बात को लेकर उसने पुलिस से इसकी कम्पलेन की।
पीड़ित की कम्पलेन के बाद पुलिस पूरे मुद्दे की जांच पड़ताल में जुट गई। उसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, लोकल इंटेलीजेंस और सीक्रेट सूचना के आधार पर बिहार निवासी राजेश को अरैस्ट कर लिया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से भिन्न-भिन्न कंपनियों के 28 एटीएम कार्ड और उसके द्वारा एटीएम से ठगी करके निकल गए 20500 बरामद कर लिया।
एटीएम मशीन में करते थे गड़बड़ी
पूछताछ में आरोपी ने कहा कि वह एक शातिर ठगों रैकेट के लिए काम करता है। जिसमें तीन सदस्य हैं। उसने कहा कि हम लोग एटीएम बूथ में जाकर उसकी मशीन में गड़बड़ी कर देते हैं। जिससे कि कोई आदमी यदि अपना एटीएम कार्ड मशीन के अंदर डालता है, तो वह वहीं पर फंस जाता है। हम लोग पहले से ही एटीएम मशीन के पास अपना नंबर लिख देते हैं। जिस भी आदमी का एटीएम कार्ड एटीएम में मशीन फंसता है। वह हमको कॉल करता है। हम उसे अपनी बातों में लेकर एटीएम मशीन में पिन डलवाकर अपने जाल में फंसा लेते हैं। उसका कार्ड नहीं निकलता तो आदमी वहां से चला जाता है। जिसके बाद हम मौके पर पहुंचकर उसके पैसे निकाल लेते हैं। हम इस तरह की कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।
गिरोह के मुखिया की हो रही है तलाश
बिसरख थाना प्रभारी अनिल राजपूत ने कहा कि एटीएम कार्ड बदलकर लोगों के साथ फर्जीवाड़ा कर ठगी करने वाले रैकेट के एक सदस्य को अरैस्ट किया गया है। इस रैकेट का मुखिया सहित दो लोग फरार चल रहे हैं। उनकी भी तलाश की जा रही है। जल्द ही उनको भी अरैस्ट कर लिया जाएगा। इन लोगों के द्वारा हमारे थाना क्षेत्र में दो वारदातों को अंजाम दिया गया था। लेकिन यह लोग दिल्ली एनसीआर में काफी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।