मुख्तार अंसारी के मौत की गहन मजिस्ट्रेट जांच करने के लिए तीन सदस्यीय टीम की गयी नियुक्त
लखनऊ: कुख्यात गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की मृत्यु की गहन मजिस्ट्रेट जांच करने के लिए तीन सदस्यीय टीम नियुक्त की गई है. इसके अलावा, दो डॉक्टरों का एक पैनल विस्तृत पोस्टमार्टम प्रक्रिया करेगा, जिसे पारदर्शिता के लिए वीडियो पर रिकॉर्ड किया जाएगा. पोस्टमार्टम के बाद मुख्तार अंसारी का मृतशरीर उनके बेटे उमर अंसारी को सौंप दिया जाएगा. कारावास में बंद गैंगस्टर से नेता बने गैंगस्टर की गुरुवार को यूपी के बांदा के एक हॉस्पिटल में कार्डियक अरेस्ट से मृत्यु हो गई.
अंसारी को “बेहोशी की हालत” में जिला कारावास से बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में लाया गया था और, इसके प्रिंसिपल सुनील कौशल के अनुसार, कार्डियक अरेस्ट के बाद हॉस्पिटल में उनकी मौत हो गई. मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक, उल्टी की कम्पलेन के बाद अंसारी को गुरुवार रात करीब 8.25 बजे बेहोशी की हालत में मेडिकल कॉलेज लाया गया था. इसमें बोला गया है कि नौ डॉक्टरों की एक टीम ने उनका उपचार किया लेकिन कार्डियक अरेस्ट से उनकी मौत हो गई.
अंसारी के भाई अफ़ज़ल अंसारी ने मंगलवार को इल्जाम लगाया कि कारावास में उन्हें “धीमा जहर” दिया गया, ऑफिसरों ने इस इल्जाम से इनकार किया है.
63 वर्षीय अंसारी मऊ सदर सीट से पांच बार विधायक रहे और 2005 से यूपी और पंजाब में सलाखों के पीछे थे. उनके विरुद्ध 60 से अधिक आपराधिक मुद्दे लंबित थे. सितंबर 2022 से उन्हें यूपी की विभिन्न अदालतों द्वारा आठ मामलों में सजा सुनाई गई थी और वह बांदा कारावास में बंद थे. उनका नाम पिछले वर्ष यूपी पुलिस द्वारा जारी 66 गैंगस्टरों की सूची में था.
यूपी के कुछ हिस्सों में धारा 144 लागू
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बोला कि पूरे राज्य में सीआरपीसी की धारा 144 के अनुसार निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और बांदा, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी में क्षेत्रीय पुलिस के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की टीमों को तैनात किया गया है.
मऊ के रहने वाले अंसारी का आसपास के ग़ाज़ीपुर और वाराणसी जिलों में भी अच्छा असर माना जाता है.
डीजीपी ने बोला कि औनलाइन अवैध तत्वों पर कड़ी नजर रखने के लिए यूपी पुलिस की सोशल मीडिया सेल को भी एक्टिव कर दिया गया है.
सीएम योगी ने की हाई लेवल मीटिंग
अंसारी की मृत्यु के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार रात अपने आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई. बैठक में डीजीपी प्रशांत कुमार और वरिष्ठ ऑफिसरों ने भाग लिया और स्थिति का जायजा लिया और अंसारी की मृत्यु के कारण उत्पन्न सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा की.
मुख्यमंत्री ने संबंधित ऑफिसरों को राज्य भर के सभी जिलों में कानून प्रबंध बनाए रखने को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. कथित तौर पर सीएम ने ऑफिसरों को सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिये।