अयोध्या या काशी, क्या है पर्यटकों की पहली पंसद…
वाराणसी: यूपी में धार्मिक पर्यटन तेजी से बढ़ रहा है।पहले काशी और अब 22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या भी इसका बड़ा केंद्र बन गया है। दोनो ही धार्मिक पर्यटन वाले शहर में पर्यटकों का रेला लगा है। लेकिन उत्तर प्रदेश का बनारस पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है। काशी विश्वनाथ धाम आने वाले पर्यटकों की संख्या इस ओर इशारा कर रही है।
बात यदि आंकड़ों की करें, तो काशी विश्वनाथ धाम में मार्च 2024 में 95 लाख 63 हजार से अधिक श्रद्धालु और पर्यटकों ने काशी विश्वनाथ मंदिर में मत्था टेका है। फरवरी महीने में यह आकंड़ा 85 लाख के करीब था। वहीं बात रामलला के अयोध्या की करें तो अयोध्या में मार्च महीने में करीब 45 लाख भक्तों ने मत्था टेका है। इससे इतर 22 जनवरी 2024 से 22 फरवरी 2024 तक यह संख्या 60 लाख के करीब था।
काशी है पहली पसन्द
इस लिहाज से देखा जाए, तो अयोध्या नहीं बल्कि बाबा विश्वनाथ का शहर बनारस पर्यटकों की पहली पसन्द है। पीएम मोदी ही इसके ब्रांड अम्बेसडर हैं। क्योंकि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने ही धार्मिक टूरिज्म को बढ़ाने की अपील की थी।
3 महीने में 2 करोड़ से अधिक भक्त
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने कहा कि कॉरिडोर के निर्माण के बाद अब तक करीब 15 करोड़ से अधिक भक्त बाबा के धाम आए हैं। यहां की खूबसूरती को निहारा है। वर्ष 2024 के 3 महीनों में ही यह आंकड़ा 2 करोड़ के पार है। इतना ही नहीं अकेले मार्च महीने में यहां इतने भक्त आए की सावन 2023 का पुराना रिकॉर्ड भी टूट गया।
पहले आते थे इतने भक्त
आपको गौरतलब है कि कॉरिडोर के निर्माण से पहले 80 लाख से 1 करोड़ पर्यटक और श्रद्धालु हर वर्ष काशी आते थे। लेकिन कॉरिडोर के निर्माण के बाद अब यह संख्या करीब 8 से 10 गुना तक बढ़ गई है।