उत्तर प्रदेश

आजमगढ़ एसपी अनुराग आर्य ने जिले में अपराधियों के विरूद्ध चलाया अभियान

आजमगढ़ एसपी अनुराग आर्य ने जिले में संगठित क्राइम करने वाली चार गैंग को किया रजिस्टर्ड, अब तक 108 गैंग हो चुकी है पंजीकृत.

आजमगढ़ एसपी अनुराग आर्य ने जिले में अपराधियों के विरूद्ध अभियान चलाया हुआ है.. इस अभियान के अनुसार लगातार जिले में संगठित क्राइम करने वाले अपराधियों पर कार्रवाई की जा रही है. जिले में हत्या, गोवध और गाड़ी चोरी से संबंधित क्राइम करने वाले चार गिरोहों को रजिस्टर्ड किया है. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य अपराधियों पर कार्रवाई करना है.

इन गिरोहों को किया गया रजिस्टर्ड
जिले में संगठित क्राइम करने वाले फुलपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले सुरेन्द्र यादव जो कि रैकेट बनाकर क्राइम की घटनाएं करता है. इस रैकेट को रजिस्टर्ड किया गया है. यह रैकेट सुरेन्द्र यादव गैंगे के नाम से जाना जाएगा. इस गैंग का कोड नंबर D-189 होगा. इस रैकेट के सदस्यों में संजय यादव, विशाल यादव, विनोद यादव, प्रमोद यादव, आदर्श यादव और लालबहादुर यादव प्रमुख हैं. वहीं कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले सोनू यादव उर्फ सुनील यादव जो कि संगठित रैकेट बनाकर गाड़ी चोरी की घटनाओं को अंजाम देता है. यह रैकेट अब सोनू यादव के नाम से जाना जाएगा. इस गैंग का कोड नंबर D-190 होगा. इस रैकेट का सदस्य रामू निषाद है. वहीं जीयनपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला नदीम जो कि रैकेट बनाकर गोवंश की स्मग्लिंग करता है. यह गैंग नदीम गैंग के नाम से जाना जाएगा. इस गैंग का कोड नंबर D-191 होगा. इस रैकेट के सदस्यों में छांगुर अहमद, बलिस्टर कुरैशी, फैसल और साहेब हैं. वहीं जीयनपुर थाना क्षेत्र का ही रहने वाला नवाजिश जो कि मर्डर जैसी घटनाओं को गैंग बनाकर अंजाम देता है. यह गैंग नवाजिश गैंग के नाम से जाना जाएगा. इस गैंग का कोड नंबर D-192 होगा. इस रैकेट में राजिक शामिल है.

 

जिले में 108 गैंग हुई रजिस्टर्ड

आजमगढ़ जिले के एसपी अनुराग अनुराग आर्य ने जिले में संगठित क्राइम करने वाले 108 गिरोहों को रजिस्टर्ड किया है. एसपी अनुराग आर्य ने जिले में संगठित गैंग बनाकर क्राइम करने वालों पर कारगर कार्रवाई कर रहे हैं. इस प्रकार अब तक संगठित क्राइम करने वाली 108 गैंग को रजिस्टर्ड किया जा चुका है. इसके अनुसार 1617 अपराधियों पर गुंडा एक्ट के अनुसार कार्रवाई की है.

इसके साथ ही 581 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है. इसके साथ ही 188 अपराधियों पर गैंगस्टर के अनुसार कार्रवाई की गई है. जबकि 783 अभियुक्तों को अरैस्ट किया जा चुका है. 17 अपराधियों पर रासुका के अनुसार कार्रवाई की गई है.

 

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