कानपुर में पादरी पर धर्मांतरण का आरोप लगाकर बजरंग दल ने काटा हंगामा
कानपुर में धर्मांतरण का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है, अब स्वरूप नगर थाना क्षेत्र की इमानुअल पेंटिकॉस्टेल चर्च में धर्मांतरण का इल्जाम लगाकर बजरंग दल के पदाधिकारियों ने बवाल काटा। इल्जाम है कि नाबालिग का ब्रेन वॉश करके उसे हिन्दू से ईसाई बनाने की प्रयास की जा रही थी। पूछताछ के दौरान नाबालिग ने कहा कि 50 हजार और जॉब का लालच देकर धर्म बदलने का दबाव बना रहे थे। स्वरूप नगर पुलिस ने चर्च के पादरी समेत कइयों को हिरासत में लेकर जांच प्रारम्भ कर दी है।
नाबालिग कहा ईसाई बनाने को कर रहे थे मेरा ब्रेन वॉश
स्वरूप नगर थाना क्षेत्र के बेनाझाबर में इमानुअल पेंटिकॉस्टेल चर्च है। रविवार सुबह यहां पर प्रार्थना सभा हो रही थी। इस दौरान बजरंग दल के जिला संयोजक कृष्णा तिवारी कई समर्थकों के साथ पहुंचे और धर्मांतरण का इल्जाम लगाकर बवाल किया। इसके साथ ही स्वरूप नगर पुलिस स्टेशन की पुलिस को सूचना दी। इल्जाम लगाया कि चर्च में धर्मांतरण का खेल चल रहा है। लोगों को रुपए, नौकरी, विवाह और उपचार समेत अन्य लालच देकर हिन्दुओं को ईसाई बनाया जा रहा है। पूछताछ के दौरान चर्च में उपस्थित एक 17 वर्ष के नाबालिग ने इल्जाम लगाया है कि चर्च के पदाधिकारी आनंद डेनियल ने 50 हजार रुपए में ईसाई बनने का लालच दिया। बोला कि तुम्हारी जीवन बदल जाएगी। रुपए ही नहीं तुम्हें नौकरी, घर, विवाह और यदि परिवार में कोई बीमार है तो उसका उपचार भी कराया जाएगा। परिवार के सभी बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी भी चर्च की ओर से उठाई जाएगी।
मौके पर पहुंचे सवरूप नगर थाना प्रभारी राजेश शर्मा और सीओ संजय सिंह ने भी वहां उपस्थित लोगों से पूछताछ की और चर्च के अमित डेविड, आनंद डेनियल और पादरी समेत अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मौके पर मिला साहित्य भी जांच के लिए कब्जे में लिया है।
एसीपी कहे धर्मांतरण के सिंडीकेट पर होगी कड़ी कार्रवाई
एसीपी स्वरूप नगर संजय सिंह ने कहा कि चर्च में धर्मांतरण का इल्जाम लगाकर बजरंग दल के पदाधिकारियों ने बवाल किया था। इसके बाद स्वरूप नगर पुलिस स्टेशन में एक नाबालिग ने तहरीर दी है कि बेनाझाबर की चर्च के आनंद डेनियल उसको 50 हजार समेत अन्य लालच देकर धर्मांतरण का दबाव बना रहे थे। धर्मांतरण के लिए उसका ब्रेन वॉश किया जा रहा था। पुरुष की तहरीर लेकर चर्च से जुड़े पदाधिकारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जांच में यदि इल्जाम ठीक पाए जाते हैं तो एफआईआर दर्ज करके आरोपियों को कारावास भेजने की कार्रवाई की जाएगी।