उत्तर प्रदेश

BSP सांसद ने अखिलेश पर लगाया वादा खिलाफी का आरोप, कहा…

BSP MP wrote a letter to Akhilesh Yadav: यूपी की जौनपुर लोकसभा सीट से बसपा (बसपा) के सांसद श्‍याम सिंह यादव ने अखिलेश यादव को एक भावुक चिट्ठी लिख कर टिकट न मिलने पर अपना दु:ख जाहिर किया है. साथ ही उन पर वादा खिलाफी का इल्जाम लगाया है. सांसद का बोलना है कि अखिलेश यादव ने उनसे हुई कई मुलाकातों में जौनपुर से चुनाव लड़ाने का वादा किया था. लेकिन टिकट देने का वक्‍त आया तो उनसे टेलीफोन पर बात भी नहीं हो सकी.

बता दें कि जौनपुर सीट से बीएसपी ने इस बार बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्‍नी श्रीकला रेड्डी को टिकट दिया है. जबकि सपा ने पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा और बीजेपी ने कृपा शंकर सिंह को मैदान में उतारा है. अखिलेश यादव को लिखी चिट्ठी में बीएसपी सांसद श्‍याम सिंह यादव ने दावा किया है उन्‍हें समाजवादी पार्टी से लड़ाने का वादा किया गया था. उन्‍होंने यहां तक लिखा है कि  तीसरी मुलाकात में जब मैंने आपसे (अखिलेश यादव) से पूछ लिया कि क्‍या आपने जौनपुर से किसी और को (ल…) भी आश्‍वासन दिया है क्‍योंकि वह कहता फिर रहा है कि अध्‍यक्ष जी ने उसे तैयारी के लिए बोला है. तो आपने बोला था कि वह असत्य बोलता है, न ल…लड़ेगा, न ल…लड़ेगा और न ल…लड़ेगा ( ये ल से प्रारम्भ होने वाले तीन लोगों के नाम हैं जो टिकट के लिए इच्‍छुक थे)…लड़ेंगे आप. सांसद ने अपनी चिट्ठी की आखिरी लाइन में लिखा है कि ल…जो एमएलसी भी रह चुका है, आपके नाम को काफी बदनाम कर रहा है. कई लोग जानते हैं कि क्‍या कारण है. आपको इससे भी सावधान रहने की आवश्यकता है.

13 अप्रैल को लिखी इस चिठ्ठी में सांसद श्‍याम सिंह यादव ने दावा किया कि पिछले करीब सात महीनों में तय वक्‍त और तारीख पर अखिलेश यादव के साथ उनकी पांच बैठकें हुईं. पहली ही मीटिंग में स्वयं अखिलेश यादव ने उनसे सपा से चुनाव लड़ने की बात कही और बाद में हर मीटिंग में उसे दोहराया. लेकिन जब नाम घोषित करने का समय आया तो उनसे बात भी नहीं हो पाई. सांसद ने लिखा कि आपके (अखिलेश के) इस रवैए से उम्र के इस पड़ाव पर जीवन का अंतिम चुनाव लड़ने के एम्‍बीशन को उन्‍होंने खो दिया है लेकिन इससे अखिलेश ने भी अपनी बात खोई है. यह उनकी इमेज के लिए भी अच्‍छा नहीं है. उन्‍होंने लिखा कि मुझे आपके (अखिलेश के) कई करीबियों ने खबरदार किया था लेकिन आपकी बात के समय आंखों का भरोसा देखकर उनकी बात नहीं मानी. बहरहाल मैं इस बात से बहुत आहत होने के बाद इस दर्द को सह गया हूं. अब मैं आपसे टिकट का आकांक्षी नहीं हूं.

सांसद ने लिखा कि माननीय नेताजी (मुलायम सिंह यादव) , आपके परिवार और आपसे इतने पुराने रिश्‍ते के बावजूद ऐसा झूठा वादा नहीं करना चाहिए था. दुआ की स्थान किसी की बद्दुआ नहीं लेनी चाहिए थी. आप तो कहकर भूल गए लकन आपको यह तनिक भी एहसास नहीं होगा कि इतने दिनों से मैं कितने डिप्रेशन से गुजरा.

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