अयोध्याधाम में दर्शनार्थियों की व्यवस्था की CM योगी ने की समीक्षा
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्याधाम में रामलला के दर्शन की आकांक्षा लिए उमड़े आस्था के महासागर के बीच हर श्रद्धालु के सहज, सुगम और संतोषपूर्ण दर्शन के लिए सभी जरूरी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि ट्रस्ट के पदाधिकारियों और क्षेत्रीय प्रशासन के साथ परिस्थितियों का जायजा लेने के बाद बुधवार को सीएम ने शासन स्तर के ऑफिसरों को जरूरी गाइड लाइन दिए।
उन्होंने बोला कि अयोध्याधाम में आस्था का जनसमुद्र देखा जा सकता है। पूरे राष्ट्र से श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है। हर कोई अपने आराध्य प्रभु के दर्शन का पुण्य फायदा चाहता है। भारी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन स्वाभाविक है। ऐसी परिस्थितियों में हर श्रद्धालु की सुरक्षा, सुविधा और सुगम दर्शन की प्रबंध करना हम सभी का कर्तव्य है। क्षेत्रीय प्रशासन और मंदिर न्यास के बेहतर समन्वय के साथ क्राउड मैनेजमेंट किया जाना चाहिए।
राम पथ, भक्ति पथ, धर्म पथ और जन्मभूमि पथ पर, जहां भी दर्शनार्थी हों, कतारबद्ध खड़े हों। भीड़ न लगे। कतार चलायमान रहे। बुजुर्गों, बच्चों, स्त्रियों का विशेष ध्यान दें। दर्शनार्थियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए प्रमुख पथों पर लो-ट्यून में राम भजन बजने चाहिए। सुरक्षा में तैनात पुलिसवालों का व्यवहार मर्यादित होना चाहिए। अति विशिष्ट, विशिष्ट, गणमान्य जन द्वारा अयोध्या आगमन का कार्यक्रम बनाने से एक हफ्ते पूर्व क्षेत्रीय प्रशासन, श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास अथवा राज्य गवर्नमेंट को सूचित करना हितकर होगा।
योगी ने बोला कि कतारबद्ध श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह पर पेयजल की प्रबंध कराएं। दिव्यांग अथवा अति बुजुर्ग श्रद्धालु के लिए आवश्यकतानुसार व्हीलचेयर के व्यवस्था भी होने चाहिए। ठंड बहुत है, ऐसे में अलाव की प्रबंध कराएं। भक्ति पथ और जन्मभूमि पथ पर पर जूट मैटिंग कराएं। प्लास्टिक की कुर्सियां लगाएं ताकि बुजुर्ग एवं वृद्धजन आवश्यकतानुसार आराम कर सकें।
सभी घाटों सहित पूरे नगर में साफ-सफाई-स्वच्छ्ता लगातार होती रहे। मशीनीकृत सफाई हो। जो श्रद्धालु दर्शन-पूजन कर चुके हों, उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए परिवहन के पर्याप्त साधन मौजूद हों। परिवहन निगम की बसों की प्रबंध हो। विभिन्न नगरों से अयोध्या आने के लिए अतिरिक्त बसों का संचालन अभी स्थगित रखें। दर्शन के उपरांत जिस रूट के श्रद्धालु अधिक हों, उस ओर बसों को लगाकर श्रद्धालुओं को गंतव्य तक पहुंचाने की प्रबंध हो।
मुख्यमंत्री ने बोला कि अयोध्या की सीमा से लगे जनपदों के साथ अयोध्या प्रशासन तथा शासन स्तर के अधिकारी अंतरराज्यीय संवाद बनाये रखें। किस दिशा से कितने श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है, इसका आकलन करते हुए तदनुसार जरूरी व्यवस्था किए जाएं। 26 जनवरी को राष्ट्रीय पर्व ‘गणतंत्र दिवस’ है। उल्लासमय-उत्साहपूर्ण वातावरण में कतिपय अराजक तत्व माहौल को खराब करने का कुत्सित कोशिश कर सकते हैं। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी गीत-संगीत, नारेबाजी अथवा किसी भी अन्य कृत्य से किसी की धार्मिक भावनाओं का अपमान अथवा तिरस्कार न हो