माफिया अंसारी गिरोह का सक्रिय सदस्य सगे सालों के खिलाफ जिला और पुलिस प्रशासन ने की बड़ी कार्रवाई
माफिया मुख्तार अंसारी रैकेट का एक्टिव सदस्य सगे वर्षों के विरुद्ध जिला और पुलिस प्रशासन ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की है। दोनों ने अपराधिक कृत्यों से अर्जित 17 लाख 65 हजार 120 रुपये कंपनी मेसर्स विकास कंसट्रक्शन के बैंक खातों से ट्रांसफर करके संबंधियों (आईएस- 191 गैंग मुखिया मुख्तार अंसारी के पुत्र अब्बास अंसारी, उमर अंसारी और चचेरे भाई मंसूर अंसारी) के विभिन्न बैंक खातों में संरक्षित किया था। डीएम के निर्देश पर पुलिस प्रशासन ने गैंगस्टर एक्ट के अनुसार बरामद कर विधिक कार्रवाई प्रारम्भ कर दी।
शासन के निर्देश पर जिला और पुलिस प्रशासन लगातार संगठित क्राइम को अंजाम देने वालों एवं भू-माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई का डंडा चलाकर नकेल कस रही है। नगर कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट के अनुसार मुख्तार के साले अनवर शहजाद और सरजील उर्फ आतिफ निवासी सैय्यदबाड़ा के विरुद्ध केस दर्ज है।
गैंगस्टर एक्ट के अनुसार दर्ज केस की छानबीन जंगीपुर थानाध्यक्ष द्वारा किया जा रहा है। इन्होंने जिला और पुलिस प्रशासन को जारी रिपोर्ट में कहा कि मुख्तार के दोनों वर्षों द्वारा संचालित कंपनी मेसर्स विकास कंस्ट्रक्शन के बैंक खातों से ट्रांसफर करके अपने संबंधियों (आईएस-191 गैंग मुखिया मुख्तार अंसारी के पुत्र अब्बास, उमर अंसारी और चचेरे भाई मंसूर अंसारी) के विभिन्न बैंक खातों में 17 लाख 65 हजार 120 रुपये संरक्षित कर रखा है। रिपोर्ट के आधार पर डीएम आर्यका अखौरी ने रकम को बरामद करने का निर्देश दिया गया।
इसके बाद पुलिस प्रशासन ने रकम बरामद कर आगे की विधिक कार्रवाई प्रारम्भ कर दी। इस संबंध में एसपी ओमवीर सिंह ने कहा कि मुख्तार के दोनों वर्षों द्वारा अपराधिक कृत्यों द्वारा अर्जित रकम संबंधियों के विभिन्न खातों में संरक्षित किया गया था। यह सभी खाते मुख्तार के दोनों पुत्र और चचेरे भाई के नाम से है। डीएम के निर्देश पर गैंगस्टर एक्ट के अनुसार रकम को बरामद कर लिया गया है।