उत्तर प्रदेश

गोरखपुर की इस पुराने जर्जर मंदिर में आज भी श्रद्धालुओं की उमड़ती है भीड़

गोरखपुर: गोरखपुर शहर में कई ऐसी पुरानी इमारतें और मंदिर हैं जो शहर के इतिहास को बयां करती हैं इनमें से कुछ ऐसे हैं जिनके दर्शन करके ही उनकी महत्ता और उम्र का अंदाजा लगाया जा सकता है शहर में कई ऐसे पुराने मंदिर भी हैं जो अपने जर्जर हालात के बावजूद भी आज भी श्रद्धालुओं की भीड़ में बसे हैं

इसके बीच, शहर में ईश्वर श्री कृष्ण का एक ऐसा मंदिर भी है जिसने एक अद्वितीय भवन नुमा आकार में अपनी स्थान बना ली है इस मंदिर की कड़ी उम्र का दावा करने के साथ ही यह कहा जाता है कि यह करीब 200 वर्ष से भी पुराना है

गोरखपुर शहर के आर्य नगर में उपस्थित 200 वर्ष पुराने भवन में ईश्वर श्री कृष्णा और राधा विराजमान हैं इस भवन की बनावट ऐसी है कि, सड़क पर खड़े होने के बाद भी बिल्कुल सीधे ईश्वर श्री कृष्ण के दर्शन हो जाते हैं मंदिर में पहुंचने के बाद वहां के पुजारी दीपचंद मिश्रा से मुलाकात हुई वह बताते हैं कि, इस भवन नुमा आकार वाले मंदिर में ईश्वर श्री कृष्णा और राधा विराजमान है वह पिछले 12 वर्षों से इस मंदिर की देखरेख कर रहे हैं लेकिन इसकी पिछले कई वर्षों से देखभाल शहर के रईस पुरुषोत्तम दास के परिवार की ओर से की जाती है वही पंडित जी ने कहा कि मंदिर में विराजमान ईश्वर श्री कृष्ण के दर्शन बिना कपाट खुले नहीं हो सकते है

पुराने परंपरा की है इमारतें
यहां पहुंचने के बाद, हर कोई उस भव्य इमारत को देखकर प्रभावित हो जाता है इसका सारा निर्माण सही लकड़ी से किया गया है, जो दरवाजे से लेकर ऊपर की छत तक हर तरह से सुंदर है मंदिर में ईश्वर श्री कृष्ण के बगल में मां अन्नपूर्णा भी विराजमान हैं इस भवन नुमा मंदिर में आज भी कुआं और कई ऐसी पुरानी चीजें हैं जो इसकी विरासत को प्रतिष्ठित करती हैं पंडित जी बताते हैं कि शाम के 5 बजे से लेकर 8 बजे तक ईश्वर के कपाट खोले जाते हैं, इसी बीच श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं, और उसके बाद इसे बंद कर दिया जाता है

Related Articles

Back to top button