हरदोई में थाने के अतिक्रमण पर चला बुलडोजर, मुंसिफ कोर्ट शुरू करने की कवायद
बाबा का बुलडोजर इस बार हरदोई के एक पुलिस स्टेशन पर चला है। पुलिस स्टेशन के भवन पर बुलडोजर चलने की सूचना तेजी से वायरल हो गयी। जिससे वहां लोगों की भीड़ भी जुट गयी। इल्जाम है कि हरदोई के शाहाबाद पुलिस स्टेशन के कई कार्यालय न्यायालय की जमीन पर कब्ज़ा करके बनाए गये थे। न्यायालय के आदेश पर कोतवाली की हेल्प डेस्क को बुलडोजर की सहायता से गिरा दिया गया। इस दौरान एसडीएम, तहसीलदार और अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
कोर्ट की जमीन पर बना था मुख्य गेट और इंस्पेक्टर का आवास
बताया जा रहा है कि शाहाबाद पुलिस स्टेशन ने मुंसिफ न्यायालय की जमीन के कुछ हिस्से पर हेल्प डेस्क सहित कई अन्य गैरकानूनी निर्माण कियाा था। कुछ दिन पहले जिला न्यायधीश राजकुमार सिंह ने मुंसिफ न्यायालय का निरीक्षण किया था। इसी दौरान राजस्व विभाग की टीम ने मुंसिफ न्यायालय की जमीन की पैमाइश की थी। इसमें न्यायालय की जमीन पर मुख्य गेट, इंस्पेक्टर कर आवास, कार्यालय, हेल्प डेस्क आदि बना पाया गया था। जिला न्यायधीश ने इसके बाद न्यायालय की जमीन से कब्ज़ा हटाने को निर्देश दिये थे।
जिला न्यायधीश के आदेश के बावजूद पुलिस ने नहीं हटाया था अतिक्रमण
सूत्रों का बोलना है कि जिला न्यायधीश के आदेश के बावजूद पुलिस प्रशासन ने गैरकानूनी कब्ज़ा नहीं हटाया। इस पर जिला न्यायधीश ने प्रशासन से कब्ज़ा हटाने के लिये कहा। इसके बाद शुक्रवार को जिला प्रशासन ने यह कार्रवाई की। जिला न्यायधीश के निर्देश पर एसडीएम पूनम भास्कर, तहसीलदान नरेंद्र यादव, ईओ आरआर अंबेश ने शुक्रवार को पहले कोतवाली के मुख्य गेट को गिराया। इसके बाद वहीं बनी हेल्प डेस्क और कई अन्य भवन गिरा दिये गये।
मुंसिफ न्यायालय प्रारम्भ करने की कवायद
बताया जा रहा है कि हरदोई में मुंसिफ न्यायालय बना हुआ है। लेकिन यहां कोई कार्य नहीं होता है। कुछ वेंडर, अधिवक्ताओं ने यहां कब्जा किया हुआ था। शाहाबाद पुलिस स्टेशन की पुलिस भी कब्ज़ा से पीछे नहीं रही और कई कार्यालय बना लिये थे। कई अधिवक्ता मुंसिफ न्यायालय प्रारम्भ करने की मांग भी कर रहे हैं। इसके अनुसार यह कार्रवाई की गयी।