फोर्टिस हॉस्पिटल आगरा में इस दिन लगेगा मुफ्त थैलेसीमिया एचएलए टाइपिंग शिविर
आगरा। स्वास्थ्य सेवा प्रदाता, फोर्टिस हॉस्पिटल गुरुग्राम 17 मार्च 2024 को आगरा शहर के श्री ब्रज फार्म हाउस, कावेरी विहार में निःशुल्क थैलेसीमिया एचएलए टाइपिंग शिविर लगाने जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य बोन मैरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) के महत्व और इसे थैलेसीमिया के उपचार के एक व्यवहार्य निवारण के रूप में प्रोत्साहित करना है।
थैलेसीमिया, एक वंशानुगत रक्त विकार, जो मरीजों और उनके परिवारों पर भारी असर डालता है, अब बीएमटी के माध्यम से एक नयी आशा की किरण देख रहा है। यह इलाज विधि न सिर्फ़ जीवन की गुणवत्ता में सुधार करती है बल्कि एक संभावित चिरस्थायी उपचार भी प्रदान करती है।
इस शिविर का उद्देश्य थैलेसीमिया रोगियों, उनके भाई-बहनों, और माता-पिता को बीएमटी की प्रक्रिया, महत्व, और इसके लाभों के बारे में शिक्षित करना है।
इसमें जानकार डॉक्टरों द्वारा आयोजित इंटरैक्टिव सत्र शामिल होंगे। जो मौजूद लोगों को विभिन्न इलाज विकल्पों, बीएमटी प्रक्रिया, इसकी कामयाबी दरों, और प्रत्यारोपण के बाद की देखभाल के जरूरी पहलुओं पर मार्गदर्शन करेंगे।
विशेष रूप से, इस कैंप में कोल इण्डिया योजना पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जो पात्र बीएमटी मरीजों के लिए 10 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
यह योजना थैलेसीमिया मरीजों को इलाज की उच्च लागत से निपटने में सहायता करती है, जिससे वे एक स्वस्थ और पूर्ण जीवन जी सकते हैं।
फोर्टिस अस्पताल, गुरुग्राम में कंसल्टेंट-पीडियाट्रिक हेमेटोलॉजी ऑन्कोलॉजी और बीएमटी, डाक्टर अरुण धनेवा ने शिविर के लिए अपना उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, हमारा मुख्य लक्ष्य थैलेसीमिया और अन्य रक्त विकारों के लिए बीएमटी के महत्व को खुलासा करना है। हम यह भी चाहते हैं कि समाज इस इलाज की संभावनाओं को समझे और थैलेसीमिया मरीजों को एक बेहतर जीवन प्रदान करने में हमारी सहायता करे।
इस शिविर के माध्यम से, फोर्टिस हॉस्पिटल गुरुग्राम बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए जागरूकता और समर्थन बढ़ाने की दिशा में एक जरूरी कदम उठा रहा है, जिससे थैलेसीमिया और अन्य रक्त विकारों से प्रभावित व्यक्तियों के जीवन को बेहतर बनाया जा सके। सभी इच्छुक व्यक्तियों से निवेदन है कि वे इस जरूरी शिविर में भाग लेने के लिए समय निकालें और अपने जीवन में एक सकारात्मक परिवर्तन लाएं।