34 दिन तक चलने वाली इस यात्रा में भक्त ब्रज 84 कोस की पैदल करेंगे परिक्रमा
मथुरा के मशहूर द्वारिकाधीश मंदिर से 20 साल बाद ब्रज 84 कोस यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। 34 दिन तक चलने वाली इस यात्रा में भक्त ब्रज 84 कोस की पैदल परिक्रमा करेंगे। इस दौरान यात्रा के भिन्न भिन्न पड़ाव पर पहुंचने पर विविध धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। श्रद्धालुओं ने यात्रा प्रारम्भ करने से पहले यमुना जी का पूजन कर मर्यादा पूर्वक यात्रा करने का संकल्प लिया।
अलौकिक होगी ब्रज 84 कोस यात्रा
द्वारिकाधीश मंदिर से प्रारम्भ हुई ब्रज 84 कोस यात्रा अलौकिक होगी यह बोलना है मंदिर के गोस्वामी तृतीय पीठाधीश्वर कंकरौली नरेश बागीश कुमार का। ब्रजेश कुमार महाराज ने कहा कि इस यात्रा के दौरान उन सभी स्थानों पर जाया जाएगा जहां ईश्वर श्री कृष्ण ने ब्रज में रहते हुए लीलाएं की थी। इस यात्रा में 5 हजार से अधिक भक्त शामिल हो रहे हैं।
ब्रज यात्रा के बारे में जानकारी देते मंदिर के गोस्वामी तृतीय पीठाधीश्वर कंकरौली नरेश बागीश कुमार
28 अक्टूबर तक चलेगी यात्रा
पुष्टि मार्गीय संप्रदाय के मंदिर द्वारिकाधीश से सोमवार को प्रारम्भ हुई यह यात्रा 34 दिन यानि 28 अक्टूबर तक चलेगी। यात्रा ब्रज के 84 कोस में स्थित विभिन्न धार्मिक महत्व के स्थानों पर प्रवास करेगी। यात्रा का जहां पड़ाव होगा उस स्थान ईश्वर के विभिन्न मनोरथ(उत्सव) होंगे।
यात्रा की आरंभ यमुना पूजन कर की गयी
भक्तों की सुविधा का रखा जायेगा ध्यान
यात्रा के दौरान भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए यात्रा समिति ने व्यवस्था पूरे कर लिए हैं। यात्रा के दौरान भक्तों के लिए टेंट,खाने पीने की व्यवस्था,चिकित्सा सुविधा,मोबाइल टॉयलेट,एंबुलेंस,मोबाइल कैश वैन साथ रहेगी। शाम को यात्रा के पड़ाव स्थल पर पहुंचने पर रासलीला मंडली द्वारा रासलीला का आयोजन किया जायेगा।
द्वारिकाधीश मंदिर से 20 साल बाद ब्रज 84 कोस यात्रा का आयोजन किया जा रहा है
यमुना जी को पहनाई जायेगी चुनरी
ब्रज यात्रा का यमुना पूजन करने के बाद मंगलवार को द्वारिकाधीश मंदिर से बागीश महाराज के नेतृत्व में भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा यमुना जी के राजा घाट पर पहुंचेगी। जहां यमुना महारानी को चुनरी उड़ाई जायेगी और उनको कुनवारा (प्रसाद) रखा जायेगा। इसके बाद मथुरा नगरी की परिक्रमा की जायेगी।