मेरठ वासियों को जल्द मिलेगी बेहतर बिजली आपूर्ति
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड से संबंधित मेरठ के कंज़्यूमरों को जल्द ही बिजली आपूर्ति की प्रबंध सुचारू रूप से मिलेगी। अभी तक देखा जाता है कि यदि किसी भी ट्रांसफार्मर में कोई फाल्ट आ जाए तो घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रहती है। लेकिन अब मेरठ से संबंधित से बिजली घरों को आपस में जोड़ा जाएगा। जिसके माध्यम से कंज़्यूमरों को बेहतर आपूर्ति मौजूद कराई जाएगी। मेरठ के इस प्रस्ताव को शासन द्वारा स्वीकृति भी प्रदान कर दी गई है।
अधीक्षण अभियंता नगरीय ई। राजेंद्र बहादुर यादव ने लोकल-18 से टेलीफोन पर बात करते हुए कहा कि इस संबंध में अभी कुछ दिन पूर्व भी लखनऊ में शासन द्वारा मीटिंग ली गई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही टेंडर प्रक्रिया जारी कर इस कार्य को पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेरठ शहर के 6 बिजली घरों की लाइन को आपस में जोड़ा जाएगा। जिसके माध्यम से यदि कहीं भी कोई बड़ी बिजली आपूर्ति की परेशानी उत्पन्न होती है। तो दूसरे बिजली घर की लाइन से कंज़्यूमरों को बिजली की आपूर्ति मौजूद कराई जाएगी।
7 लाख से अधिक कंज़्यूमरों को मिलेगा लाभ
गौरतलब है कि मेरठ की बात करें तो यहां पर विभिन्न क्षेत्रों में जर्जर तार, पोल और ट्रांसफार्मर की परेशानी देखने को मिल रही है। जिस कारण विभिन्न क्षेत्रों में रोजाना बिजली आपूर्ति बाधित रहती है। ऐसे में जो नया प्रस्ताव बनाया गया है। उसके मुताबिक शहर के विभिन्न क्षेत्र में बिजली घरों की लाइनों को आपस में जोड़ा जाएगा। जिसके लिए 135 करोड रुपए का प्रस्ताव शासन को बनाकर भेजा था। इस प्रस्ताव के मुताबिक 7 लाख से अधिक कंज़्यूमरों को बिजली की परेशानी से राहत मिलेगी। सन 2024 तक यह सभी कार्य पूरे होने हैं।
1912 पर भी मिलेगा समाधान
वहीं दूसरी और मेरठ पश्चिमांचल से संबंधित नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़, बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, अमरोहा, रामपुर, मुरादाबाद सहित अन्य किसी भी जिले में बिजली आपूर्ति से संबंधित कोई भी परेशानी आ रही हो। संबंधित उपकेंद्र के ऑफिसरों द्वारा आपकी परेशानी का निवारण भी नहीं किया जा रहा है। तो ऐसे सभी उपभोक्ता कंट्रोल रूम नंबर 1912 पर अपनी कम्पलेन कर सकते हैं। जिसके बाद बिजली विभाग के वरिष्ठ ऑफिसरों द्वारा उनकी समस्याओं का निवारण कराया जाएगा।