अयोध्या में पहाड़ की महिलाएं इस दिन करेंगी रामलीला
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को भव्य राम मंदिर (Ram Temple Ayodhya) के उद्घाटन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। हर कोई रामलला के दर्शन करने के लिए उत्साहित है। 22 जनवरी के दिन लाखों भक्त रामनगरी अयोध्या पहुंचना चाहते हैं। ऐसे में अब पहाड़ की महिलाएं भी काफी उत्साहित हैं और अयोध्या जाने के लिए उन्होंने अपनी तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं। दरअसल चमोली जिले के मां नंदा स्त्री रामलीला मांगल योग समिति की महिलाएं अपनी 14वीं रामलीला का आयोजन अयोध्या में करेंगी। इसमें चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी और अल्मोड़ा के पतंजलि परिवार की महिलाएं उपस्थित रहेंगी। रामलीला के पहले दिन वे सभी अपनी पारंपरिक वेशभूषा में नजर आएंगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षा लक्ष्मी पंवार शाह बताती हैं कि उनकी टीम में रामलीला के सभी पात्र 50 साल पूरी कर चुकी महिलाएं ही हैं, जिनमें से ज्यादातर महिलाएं टीचर हैं। वे रामलीला का आयोजन विद्यालय की छुट्टियों के दौरान ही करती हैं और इसी क्रम में उन्होंने 14वीं रामलीला अयोध्या की भूमि में करने का प्रण लिया था, जो अब पूरा होने जा रहा है। 2018 से लगातार पतंजलि समूह की स्त्रियों के साथ मिलकर वह योग के साथ-साथ रामलीला करवा रही हैं। इस बार इसी क्रम में 2 जनवरी से 12 जनवरी 2024 तक अयोध्या अध्ययन संस्थान के संस्कृति विभाग के भवन में रामलीला का आयोजन किया जाएगा।
पहाड़ी वेशभूषा में अयोध्यावासियों को देंगी निमंत्रण
रामलीला मांगल योग समिति की मुन्नी बिष्ट बताती हैं कि नए वर्ष के मौके पर वे सभी पारंपरिक वेशभूषा के साथ अयोध्यावासियों को रैली के माध्यम से निमंत्रण देंगी। इसमें पहाड़ी संस्कृति की झलक अयोध्यावासियों को देखने को मिलेगी। समिति की सदस्य पुष्पा कनवासी बताती हैं कि वह हनुमान का पात्र अदा करती हैं। इससे पहले उनकी रामलीला में पुरुष ही इस पात्र का एक्टिंग करते थे लेकिन अब हनुमान जी के मंदिर से आज्ञा लेकर वह ही इस रामलीला में बजरंग बली का एक्टिंग करती हैं।
विश्व हिन्दू परिषद के तत्वाधान में होगी रामलीला
विश्व हिंदू परिषद के प्रताप लूथरा ने कहा कि 14वीं रामलीला अयोध्या के अयोध्या अध्ययन संस्थान में आयोजित की जा रही है, जिसका शुरुआत श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव और विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय करेंगे। पहाड़ से जाने वाले समिति के सदस्यों और दर्शकों के रहने एवं भोजन, बिस्तर की प्रबंध आदि करसेवकपुरम में वीएचपी द्वारा की गई है। 1 जनवरी को पहाड़ की महिलाएं अपने पारंपरिक वेशभूषा में ढोल, दमाऊं और भंकुरे के साथ अयोध्या में शोभायात्रा निकालकर सभी अयोध्यावासियों को रामलीला देखने का निमंत्रण देंगी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के योगदान से आयोजित होने वाली रामलीला पहाड़ की संस्कृति और संस्कार का प्रदर्शन करेगी।