बर्फीली हवाओं से बदला मौसम, जानें कब मिलेगी राहत
यूपी में बर्फीली हवाओं से मौसम का रूख बदल गया है। कई जिलों में आज बारिश हुई। इस दौरान तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग की मानें तो अगले दो से 3 दिनों तक ऐसे ही मौसम बने रह सकते हैं। कानपुर में मंगलवार को अधिकतम तापमान 22.8 से 22 डिग्री सेल्सियस हो गया। हालांकि न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री से घटकर 6.6 डिग्री सेल्सियस हो गया। न्यूनतम पारा अभी भी 10 डिग्री से नीचे बना हुआ है। सुबह तेज धूप खिली लेकिन दोपहर तक बादल छाने लगे। इसके अतिरिक्त हल्का कोहरा और धुंध से भी शहर घिरने लगा। धीमी गति से चल रहीं बर्फीली हवाओं ने भी सर्दी बढ़ा दी। हालांकि 4 फरवरी के बाद मौसम में सुधार देखने को मिलेगा।
कानपुर में तीन दिनों से हो रही धूप एक बार फिर धीमी पड़ गई। मंगलवार को अधिकतम नमी का फीसदी 94 और न्यूनतम 57 रहा। लंबे समय के बाद न्यूनतम नमी में कमी आई है। सीएसए के मौसम विज्ञानी डाक्टर एसएन सुनील पांडेय ने कहा कि अगले तीन से पांच दिनों तक हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगे। इस बीच बर्फीली हवाएं चलती रहेंगी। कानपुर मंडल में अभी बारिश की संभावनाएं कम हैं। लेकिन 3 फरवरी के बाद से बारिश के बुंदाबांदी के आसार बन रहे हैं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बारिश
मेरठ-नोएडा समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बुधवार शाम बारिश हुई। पहाड़ों पर पहुंचे एक्टिव और सशक्त पश्चिमी विक्षोभ के असर से बुधवार रात से 4 फरवरी तक बादल, बर्फीली हवाएं, बारिश और ओलावृष्टि का दौर चलता रहेगा। वहीं तराई वाले हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि का असर देखने को मिल सकता है। बारिश की तीव्रता आज देर रात और कल अधिक रहेगी। हालांकि चार फरवरी की देर रात से मौसम साफ होने के आसार हैं। इसके बाद बर्फीली उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण मैदानों में रात के समय तापमान में कमी होगी।
दो विक्षोभ के कारण पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक 31 जनवरी से चार फरवरी तक पहाड़ों पर दो एक्टिव और सशक्त पश्चिमी विक्षोभ पहुंचने जा रहे हैं। जिनका असर मैदानों तक होने वाला है। इसमें पहले विक्षोभ के कारण 31 और एक फरवरी की रात तक बारिश का दौर चल सकता है। वहीं दूसरे विक्षोभ के कारण 3 और 4 फरवरी को छिटपुट बारिश के आसार हैं। यदि एक्टिव विक्षोभ के चलते बारिश और ओलावृष्टि का दौर 15 फरवरी के बाद भी चला तो सरसों-गेंहू की फसल को भारी हानि होगा।