अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़, पुलिस ने तीन लोगों को किया अरेस्ट
महोबा, लोकसभा चुनाव से पूर्व पुलिस ने गैरकानूनी शस्त्र फैक्टरी का पर्दाफाश करते हुए तीन अभियुक्तों को अरैस्ट कर उनके कब्जे से 10 निर्मित और अर्धनिर्मित गैरकानूनी तमंचा कारतूस सहित भारी मात्रा में शस्त्र बनाने के उपकरण बरामद करते हुए तीनों अभियुक्तों को कारावास भेजा गया है.
पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता ने जानकारी देते हुए कहा कि आनें वाले लोकसभा निर्वाचन को शांतिपूर्ण भय मुक्त माहौल में संपन्न कराए जाने तथा क्राइम की रोकथाम हेतु जीरो टालरेंस की नीति के अनुसार अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है .
अवैध शस्त्र फैक्ट्री के संचालित होने की सूचना पर सदर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने बारात पहाड़ी गांव में गैरकानूनी रूप से संचालित शस्त्र फैक्ट्री में दबिश दी . जहां से पिता पुत्र समेत तीन अभियुक्तों को अरैस्ट किया गया. उनके कब्जे से 10 निर्मित एवं अर्धनिर्मित गैरकानूनी शस्त्र के साथ कारतूस और गैरकानूनी शस्त्र बनाने के उपकरण बरामद किए हैं. तीनों अभियुक्तों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के अनुसार मुकदमा दर्ज करते हुए कारावास भेजा गया है.
गिरफ्तार अभियुक्तों में महोबा जनपद के अजनर थाना क्षेत्र के गांव सगुनिया माफ गांव निवासी 58 वर्षीय बृजगोपाल पुत्र शिवदयाल लोधी और उसका 26 वर्षीय पुत्र संतोष लोधी और हमीरपुर जनपद के मझगवां थाना क्षेत्र के गांव कुल्हैण्डा निवासी 50 वर्षीय राजू विश्वकर्मा पुत्र हरिया विश्वकर्मा शामिल हैं. अभियुक्त बृजगोपाल और राजू विश्वकर्मा का पहले से आपराधिक इतिहास दर्ज है जिसमें दोनों पर आर्म्स एक्ट के अनुसार मुकदमा दर्ज हैं और राजू विश्वकर्मा पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई भी हो चुकी है.
सदर क्षेत्राधिकारी दीपक दुबे ने कहा कि अरैस्ट तीनों अभियुक्त शातिर क्रिमिनल है.पूछताछ में कहा कि लोकसभा चुनाव का समय निकट आने के कारण गैरकानूनी तमंचों की मांग बढ़ गयी है. जिस कारण हम लोग दिन और रात में सुनसान जगह पर बनी झोपड़ी में चोरी छुपे गैरकानूनी शस्त्रों का निर्माण कर रहे थे . जिससे लोगों को हमारी आपराधिक गतिविधि का पता नहीं चलता था . शास्त्रों के निर्माण कर उनकाे चुनाव के दौरान अच्छे दामों में बेचकर मोटी धनराशि कमाने और क्षेत्र में भय व्याप्त करने के इरादे से गैरकानूनी शस्त्रों को बनाकर बेचते हैं.