प्रधानमंत्री मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद शिवालय में भगवान का किया पूजन
अयोध्या में रामलला के भव्य-दिव्य मंदिर निर्माण और राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ श्रीराम जन्मभूमि परिसर में स्थित कुबेर नवरत्न टीला और उस पर स्थित कुबेरेश्वर महादेव मंदिर का भी जीर्णोद्धार हो गया। इसका अनावरण पीएम नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद शिवालय में ईश्वर का पूजन कर किया। इसके साथ ही अब यहां भी आम श्रद्धालुओं को दर्शन सुलभ होगा। श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र की घोषणा के अनुसार ऊंचे टीले पर होने के कारण यहां सीमित संख्या में ही श्रद्धालुओं को भेजा जाएगा। कहा गया कि इसके लिए तीर्थ क्षेत्र द्वारा ह्यपासह्ण निर्गत किया जाएगा।
कुबेर नवरत्न टीला पूर्व में एएसआई के संरक्षित स्मारकों की श्रेणी में सूचीबद्ध था। इस टीले पर शिवालय का निर्माण 1950 में हुआ था। पुन यहां एक विशालकाय शिवलिंग की स्थापना की गयी। इसकी स्थापना में वशिष्ठ कुंड मोहल्ले के सामाजिक कार्यकर्ता और पहलवान रहे धनपत राम यादव और उनके सहयोगियों ने कराई थी। तभी से यहां नियमित पूजन के अतिरिक्त महाशिवरात्रि पर बारात निकालने एवं मेला के आयोजन की परम्परा शुरू हुई।
हमले के कारण मेला स्थल बना पुलिस चेक पोस्ट
पांच जुलाई 2005 को श्रीरामजन्म भूमि पर लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन के फिदायीन दस्ते के पांच आतंकवादियों ने आत्मघाती धावा किया था। इस हमले में आतंकी मारे गये लेकिन उसके बाद मेला स्थल गायत्री भवन परिसर को यलो जोन के अन्तर्गत शामिल कर लिया गया और यहां पुलिस चेक पोस्ट बन गया। इसके कारण मेला स्थल पर किसी आयोजन को प्रतिबंधित कर दिया गया। इसके साथ बारात भी निकालने की अनुमति भी नहीं दी गयी। इसके चलते यह मंदिर उपेक्षित हो गया।