इन शहरों में तेजी से बढ़ रहे रेट, घर या प्लॉट खरीदने का ये है बेस्ट समय
रियल एस्टेट में निवेश करना हमेशा से ही सुरक्षित माना जाता है। कोविड-19 में एकाएक नीचे गई प्लॉट और जमीन की कीमतें अब फिर से उठना प्रारम्भ हो गई हैं। यही वजह है कि लोग अब घर, प्लॉट, फ्लैट या जमीन खरीदकर निवेश करना चाहते हैं लेकिन प्रश्न है कि क्या यह समय रियल एस्टेट में इन्वेस्ट करने या घर खरीदने के लिए ठीक है? यदि प्लॉट या घर खरीदा जाए तो किस शहर में प्रॉपर्टी के मूल्य बढ़ने के चांसेज ज्यादा हैं? ताकि ज्यादा से ज्यादा फायदा कमाया जा सके। इस समाचार में आपके इन प्रश्नों के उत्तर उपस्थित हैं। आइए जानते हैं क्या कहती हैं रियल एस्टेट की रिपोर्ट्स।।
हाल ही में नो ब्रोकर की रियल एस्टेट रिपोर्ट 2023 जारी हुई है, जिसमें कहा गया है कि यह समय रियल एस्टेट में निवेश करने का बेस्ट समय है। इस समय यदि प्लॉट या फ्लैट खरीदते हैं तो आने वाले समय में वह आपको कई गुना फायदा देकर जाएगा। यह रिपोर्ट घर खरीदने वालों के विश्वास में बढ़ोतरी के परिवर्तन की ओर भी संकेत कर रही है।
नो ब्रोकर रियल एस्टेट रिपोर्ट 2022 की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस समय 86 फीसदी घर खरीदार आश्वस्त हैं कि अब संपत्ति में निवेश करने का उपयुक्त समय है। रिपोर्ट के मुताबिक 77 फीसदी लोगों ने 2023 में संपत्ति खरीदने का इरादा व्यक्त किया है। इस प्रवृत्ति से विशेष रूप से मध्य-आय आवास क्षेत्र में व्यावसायिक अवसर बढ़ने का अनुमान है। रिपोर्ट बताती है कि 38 फीसदी संभावित खरीदार संपत्ति के मालिक होना चाहते हैं जबकि 30 फीसदी खरीदार सुरक्षा चाहते हैं। 29 फीसदी सामर्थ्य को अहमियत देते हैं।
ये शहर हैं पहली पसंद
प्रॉपर्टी में निवेश करने के लिए राष्ट्र के कुछ चुनिंदा शहर लोगों की पहली पसंद बन चुके हैं। हाल ही में राष्ट्र की एक बड़ी औनलाइन रियल एस्टेट ब्रोकरेज कंपनी के आंकड़ों के मुताबिक प्रॉपर्टी खरीदने के लिए अहमदाबाद, बंगलुरू, चेन्नई, दिल्ली-एनसीआर, गुरुग्राम, नोएडा, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई और पुणे सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले शहर हैं। वहीं प्रॉपर्टी दर और ग्रोथ देखी जाए तो गुरुग्राम इन सभी में सबसे तेजी से आगे बढ़ रहा है। गुरुग्राम में सबसे ज्यादा 12 प्रतिशत की वृद्धि प्रति वर्ग फुट रेजिडेंशियल कीमतों में देखी जा रही है। दूसरे नंबर पर बंगलुरू है, यहां 9 प्रतिशत और नोएडा में 8 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी कीमतों में हो रही है। इनके बाद अहमदाबाद, कोलकाता और दिल्ली एनसीआर हैं।
ये है प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करने की वजह
जैसे-जैसे किराये की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच रही हैं, संपत्ति का स्वामित्व एक अच्छा विकल्प बन गया है। रिपोर्ट कहती है कि किराए की बढ़ती कीमतों ने प्रॉपर्टी में निवेश को बढ़ावा देने का काम किया है। लगभग सभी शहरों में रेंट बढ़ गया है, ऐसे में लोग प्लॉट या जमीन में निवेश के लिए उत्साहित हैं।
कोरोना ने बढ़ा दी हैं घर की कीमतें
सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड के व्यवस्था निदेशक रवि अग्रवाल कहते हैं कि महामारी ने दिखाया है कि रहने के लिए एक सुरक्षित स्थान जिसे हम घर कहते हैं, कितना जरूरी है। घर का मालिक होना और भी अधिक मूल्यवान हो गया है। हमें उद्योग जगत की यह हालिया रिपोर्ट देखकर खुशी हुई है। यह रिपोर्ट इस विचार का समर्थन करती है कि हिंदुस्तान में अपना घर होना एक परंपरा है।
वहीं अल्फाकॉर्प के सीएफओ और कार्यकारी निदेशक संतोष अग्रवाल कहते हैं कि घर खरीदने वालों का विश्वास हाल के सालों में गौरतलब रूप से फला-फूला है। दिल्ली-एनसीआर इसका एक गौरतलब उदाहरण है। दिल्ली-एनसीआर में कीमतें बढ़ी हैं जो विकास को दर्शाती हैं। अब आवासीय अचल संपत्ति का भविष्य और भी उज्जवल दिखाई देता है।
मैक्सिको ग्रुप के निदेशक राहुल सिंगला कहते हैं कि घर खरीदार के आत्मविश्वास में यह वृद्धि रियल एस्टेट के महत्व को दर्शाती है। हम खरीदारों के सपनों का पूरा करते हैं और भविष्य का निर्माण भी करते हैं। जैसे-जैसे त्यौहारी सीजन आ रहा है, सभी की निगाहें रियल एस्टेट क्षेत्र के उभरते परिदृश्य पर हैं।