उत्तर प्रदेश

 छात्रवृत्ति ने बदल दिया जीवन,कौन बनेगा करोड़पति के सीजन-15 तक पहुंचा राहुल कुमार

आज मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि यदि मनुष्य मुश्किल मेहनत और दृढ़ निश्चय कर ले तो हर मंजिल पा सकता है इसका अहसास मुछे तब हुआ था, जब 11वीं कक्षा में मेरा चयन राष्ट्र की सबसे बड़ी छात्रवृत्तियों में एक अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति (एएमसी) के लिए हुआ था यह मेरे जीवन की पहली प्रतियोगी परीक्षा थी वहीं से मेरे अंदर जो आत्मविश्वास जागा, तो आज मैं कौन बनेगा करोड़पति के सीजन-15 तक पहुंच गया सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के सामने बैठने का सपना पूरा कर पाया यह अविस्मरणीय पल था  ये बोलना है फिरोजाबाद जिले के छोटे से गांव अहिवरणपुर के रहने वाले राहुल कुमार का वे कहते हैं कि केबीसी में अमिताभ बच्चन के सामने बैठना काफी रोमांचक था पहले ही कोशिश में मुझे केबीसी से टेलीफोन आ गया था

 

…नहीं बताई यूपीएससी की बात

राहुल कहते हैं कि जब पहली बार अमिताभ बच्चन से मिला तो बहुत नर्वस था जब उन्होंने गले लगाया तो भावनाओं को रोक नहीं पाया और रो पड़ा उन्होंने मुझे हौसला दिया मुझे किसी ने  बताया था कि जब अमिताभ भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछें तो ये मत बताना कि यूपीएससी की तैयारी कर रहे हो यह बताने पर मुश्किल प्रश्न पूछेंगे बाद में  पता चला कि ऐसी बात नहीं है केबीसी इस हफ्ते को ‘नतमस्तक मां’ इंकार रहा है, इसलिए मेरे नाम के साथ राहुल प्रवेश कुमार देवी के रूप में लिखा गया

 छात्रवृत्ति ने बदल दिया जीवन

राहुल कहते हैं कि अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति आर्थिक रूप से कमजोर होनहारों की जीवन बदल देती है मैं इसका साक्षी हूं  2019 में 11वीं कक्षा में मुझे अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति मिली थी मुझे एकमुश्त 50 हजार रुपये मिले थे इसने मेरा जीवन बदल दिया छात्रवृत्ति के पैसों से पहली बार एंड्रॉयड मोबाइल टेलीफोन खरीदा इससे पढ़ाई में सहायता मिली 11वीं में अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति ने आर्थिक परेशानी का सामाधान कर दिया था और आज  केबीसी ने कर  दिया है अब पूरा ध्यान यूपीएससी में लगा दिया है जब उनसे पूछा गया कि झोली में कितने आए तो बोला कि इसके लिए थोड़ा प्रतीक्षा करना होगा

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