14 साल की लड़की की मौत का हैरान करने वाला केस, रेप, अबॉर्शन और फिर कब्र से निकली लाश
बस्ती मंडल के संत कबीर नगर जिले के स्त्री थाना क्षेत्र में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी। 55 वर्ष के आरोपी ने 14 वर्ष की किशोरी को 10 रुपए का लालच देकर अपनी दरिंदगी का शिकार बनाया था। जब नाबालिग किशोरी गर्भवती हो गई तो एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ले जा कर गर्भपात कराया। अधिक रक्त स्राव की वजह से नाबालिग किशोरी को मृत्यु हो गई थी। मृतिका के पिता के तहरीर पर पुलिस ने अभियुक्त के विरुद्ध गर्भपात कराने से अधिक रक्त स्राव की वजह से मृत्यु का केस दर्ज किया गया था। लेकिन अब विवेचना में पेंच फंस गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ना ही मृत्यु की वजह बताई गई है और ना ही इस बात का जिक्र है कि किशोरी गर्भवती थी या नहीं।
डीएम के आदेश पर मृतशरीर को कब्र से निकाल कर पोस्टमार्टम कराया गया था और विसरा को प्रिजर्व किया गया था। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नाबालिग किशोरी के गर्भवती होने या ना होने का जिक्र नहीं है। जबकि मुकदमे में गर्भपात और अत्यधिक रक्त स्राव से मृत्यु का मुद्दा दर्ज है। पुलिस ने फॉरेंसिक लैब गोरखपुर को पोस्टमार्टम रिपोर्ट भेज कर पता लगाने की प्रयास की कि किशोरी गर्भवती थी या नहीं। अब फॉरेंसिक टीम के लोग भी यह जानकारी दे पाने से हाथ खड़ा कर दिए हैं।
नाबालिग से हवस की दास्तां
महुली थाना क्षेत्र की रहने वाली 14 वर्ष की नाबालिग किशोरी घर की गरीबी की वजह से 55 वर्ष के आरोपी के घर काम काज करने जाती थी। इसी दौरान आरोपी ने उसे 10, 20 रुपए का लालच देना प्रारम्भ किया और गैरकानूनी संबंध बना लिया। किशोरी के गर्भवती होने पर बीते 30 जुलाई को उस का गर्भपात करा दिया। अत्यधिक रक्त स्राव की वजह से किशोरी की कोई हो गई थी। घटना की जानकारी न होने पर परिजनों ने मृतशरीर को नदी के किनारे दफन कर दिया। जब घटना की जानकारी हुई तो पीड़ित पिता ने अभियुक्त के विरुद्ध दुष्कर्म, गर्भपात कराने, गैरइरादतन मर्डर और एससी एसटी में केस दर्ज कराया। जिसके बाद पुलिस ने अभियुक्त और गर्भपात कराने वाली स्टाफ नर्स को अरेस्ट कर कारावास भेज दिया है।
अब 4 डॉक्टरों का पैनल करेगा प्रेगनेंसी की जांच
नाबालिग बच्ची के साथ हुई हवस की विवेचना में अब पेंच फंस गया है। जिन आरोपों में पुलिस ने अभियुक्त और स्टाफ नर्स को कारावास भेजा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उस का जिक्र तक नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में न तो मृत्यु कारण साफ है न ही किशोरी के गर्भवती होने का जिक्र है। जिसकी वजह से पुलिस की विवेचना बीच में अटक गई है। अब बिसरा रिपोर्ट से सिर्फ़ किशोरी के मृत्यु का कारण साफ होगा। गर्भवती थी या नहीं बिसरा रिपोर्ट से इस की जानकारी नहीं मिल सकती। अब पुलिस ने सीएमओ को पत्र लिख कर किशोरी गर्भवती थी या नहीं इसी की जानकारी मांगी है। जिसपर सीएमओ ने जांच के लिए 4 डॉक्टरों का पैनल बनाया है।