उत्तर प्रदेश

देवी लक्ष्मी पर दिए बयान पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने दी सफाई,कहा…

देवी लक्ष्मी पर बयान देकर विरोधियों के निशाने पर आए सपा के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब सफाई दी है स्वामी प्रसाद मौर्य ने बोला कि जो लोग भी मेरे बयान की आलोचना कर रहे हैं वह मेरा नहीं स्त्रियों के सम्मान का विरोध कर रहे हैं स्वामी प्रसाद ने बीजेपी को भी निशाने पर लिया बोला कि स्त्रियों को सम्मान दिलाने की मेरी अपील पर जिस ढंग से बीजेपी विरोध कर रही है, उससे प्रतीत होता है कि बीजेपी राष्ट्र के महिलाओ के सम्मान की घोर विरोधी हैं बीजेपी गवर्नमेंट द्वारा संचालित स्त्री सशक्तिकरण और नारी वंदन योजना दिखावा और छलावा है यदि स्त्रियों के सम्मान के प्रति बीजेपी गंभीर होती तो महिलाओ के सम्मान में दिये गये बयान का विरोध नहीं करती

सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने बोला कि मैंने मुख्य रूप से 2 चीजों के बारे में बात की, एक वैज्ञानिक सोच विकसित करने के बारे में और दूसरा स्त्रियों को सम्मान देने के बारे में और जो लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं वो स्वामी प्रसाद मौर्य का विरोध नहीं कर रहे हैं बल्कि वो स्त्रियों के सम्मान का विरोध कर रहे हैं बीजेपी के लोग सबको दिखाने के लिए नारी सशक्तिकरण योजना ‘नारी वंदन योजना’ चला रहे हैं और फिर मेरे बयान को विवादास्पद बताकर उसकी आलोचना कर रहे हैं इससे पता चलता है कि उनकी स्त्री सशक्तिकरण योजना महज दिखावा है

स्वामी प्रसाद ने बोला कि जो भी मैंने लिखा है वह सब व्यवहारिक, वैज्ञानिक और सनातन पर आधारित है ठीक अर्थ में घर की लक्ष्मी को घर वाली ही होती है जितने बेहतर ढंग से घर की रखवाली, घर का रखरखाव, सुख संमृद्धि और परिवार को आगे बढ़ाने की चिंता घर वाली करती है कोई नहीं कर सकता है घर वाली को इसलिए ही गृहणी बोला जाता है गृहणी नहीं है तो घर भी नहीं है इसलिए जब घर की लक्ष्मी घर वाली है तो उसकी पूजा करने में एतराज क्यों

स्वामी प्रसाद ने बोला कि यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः अर्थात जहां महिलाओं का सम्मान होता है, वहीं पर सुख समृद्धि होती है वहीं पर बेहतरी और तरक्की के रास्ते खुलते हैं इसलिए हमें अपनी घरवाली का सम्मान करना चाहिए, पूजा भी करना चाहिए उनकी आरती करनी चाहिए औऱ फूल माला भी पहनाना चाहिए इसकी ठीक हकदार वही हैं

किस बयान पर हुआ है विवाद
स्वामी प्रसाद ने दिवाली के दिन अपनी पत्नी की पूजा करते हुए तस्वीर एक्स पर पोस्ट करते हुए बोला था कि पूरे विश्व के प्रत्येक धर्म, जाति, नस्ल, रंग और राष्ट्र में पैदा होने वाले बच्चे के दो हाथ, दो पैर, दो कान, दो आंख, दो छिद्रों वाली नाक के साथ एक सिर, पेट और पीठ ही होती है चार हाथ, आठ हाथ, दस हाथ, बीस हाथ और हजार हाथ वाला बच्चा आज तक पैदा ही नहीं हुआ तो चार हाथ वाली लक्ष्मी कैसे पैदा हो सकती है? यदि आप लक्ष्मी देवी की पूजा करना ही चाहते हैं तो अपने घरवाली की पूजा और सम्मान करें जो ठीक अर्थ में देवी हैं क्योंकि आपके घर परिवार का पालन-पोषण, सुख-समृद्धि, खान-पान और देखभाल की जिम्मेदारी बहुत ही निष्ठा के साथ निभाती है

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