उत्तर प्रदेश

8 फेरे लेंगे दूल्हा-दुल्हन, छपवाया चुनावी कार्ड

अलीगढ़ राष्ट्र भर में लोकसभा चुनाव को लेकर चुनावी रैलियां चल रही हैं गवर्नमेंट से लेकर प्रशासन तक मतदाताओं को वोट डालने के लिए जागरुक किया जा रहा है इस बीच अलीगढ़ में एक विवाह का कार्ड चर्चा का विषय बनकर उभरा है इस विवाह कार्ड के जरिए भी लोगों को मतदान करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है विवाह में लोगों को जागरुक करने के लिए दूल्हा-दुल्हन अग्नि को साक्षी मानकर आठवां फेरा लेंगे इस बात की पुष्टि दूल्हे के पिता ने भी की है

अलीगढ़ में लोकसभा चुनाव के अनुसार दूसरे चरण 26 अप्रैल को मतदान होना है तो वहीं, 21 अप्रैल को अंकित उर्फ अंकुर वार्ष्णेय और सुगंधि की विवाह होनी है अंकित के पिता ने अपने परिवार की सहमति से विवाह का कार्ड छपवाया है मतदाताओं को सतर्क करने के उद्देश्य से पूरी तरह चुनावी विवाह कार्ड बनवा दिया है अंकित के पिता कालीचरन वार्ष्णेय पेशे से बेकरी व्यवसायी है नमामि गंगे बीजेपी ब्रजक्षेत्र उ प्र पूर्व सह संयोजक और उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल, अलीगढ़ के जिला चेयरमैन हैं

शादी कार्ड में मतदाताओं को सतर्क करने के लिए स्लोगन छपवाए गए हैं ‘छोड़ दो अपने सारे काम, पहले चलो करें मतदान, करे जो देश का उत्थान, हम करें उसी को मतदान’ कालीचरन बताते हैं कि इस समय शादियां तो चल ही रही है और चुनावी पर्व भी है हमारे लिए चुनाव का पर्व एक त्यौहार की तरह है जब सभी सरकार, प्रशासन, मीडिया इस लोकतंत्र में बढ़-चल का हिस्सा ले रहे हैं, तो कर्तव्य हमारा भी बनता है, जनता का भी बनता है इसी को सोचकर यह फैसला लिया गया है

 

शादी कार्ड में आठवें फेरे का जिक्र करते हुए कालीचरन बताते हैं कि शादियों में सात फेरे तो होते ही होते हैं जब हमने बच्चों से बोला कि बेटा, ये सात फेरे तो होते ही होते हैं हिंदुस्तान माता को साक्षी मानकर 8वां फेरा भी लिया जा सकता है एक आठवां वचन राष्ट्र लिए…कि राष्ट्र के लिए भी हम कुछ करेंगे, हिंदुत्व की रक्षा के लिए कुछ करेंगे, इसलिए ये आठवां वचन लिया जाएगा

कालीचरन वार्ष्णेय ने कार्ड में अंकित आठवां वचन पढ़कर सुनाया…’हे सर्व शक्मिान परमेश्वर हिन्दू देश घटक के रूप में हम तुमको सादर प्रणाम करते हैं इस कार्य के लिए हम कटिबद्ध हैं हमें इस कार्य को पूरा करने को आशीर्वाद दें, हमें ऐसी अजेय शक्ति दीजिये कि हमें सारे विश्व में कोई जीत न सके हमारी विनयशीलता के आगे सारा विश्व नतमस्तक हो, इस मार्ग को हमने स्वयं चुना है इसे सुगम कर कांटों रहित करेंगे कालीचरण आगे बताते हैं कि ये फैसला पूरे राष्ट्र के मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए लिया गया है ये प्रेरणा कालीचरन वार्ष्णेय ने अपने कलिग सुरेंद्र शर्मा से ली थी सुरेंद्र शर्मा ने भी अपनी बेटी की विवाह में हिंदुस्तान माता को साक्षी मानकर 8वां वचन पढ़वा कर फेरा पढ़वाया था

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button