एक बार फिर बदला जा रहा है इस शहर का नाम, जानें इससे जुड़ा इतिहास
अलीगढ़ शहर का नाम पूरे हिंदुस्तान के मशहूर शहरों में से एक है। यूपी में कई शहरों के नाम बदले जाने के बाद अलीगढ़ के नाम को बदलने को लेकर चर्चाएं तेज हैं। सोमवार को अलीगढ़ नगर निगम ने सर्वसम्मति से अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ़ करने का प्रस्ताव पारित कर दिया। अलीगढ़ शहर का काफी समृद्ध इतिहास रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं पहले अलीगढ़ का क्या नाम था।
आपको बता दें कि अलीगढ़ का प्राचीन नाम कोइल या कोल था। लगभग 200 वर्ष पहले अलीगढ़ को कोइला या कोल नाम से जाना जाता था। इतिहासकारों के अनुसार, एक दैत्यराज यहां का शासक बना और उसने अपने नाम के अनुकूलन इस स्थल का नाम कोल रखा। इसके बाद सैयद वंश के कार्यकाल में ही शहर को कोल का नाम बदलकर अलीगढ़ के नाम दिया गया।
क्या है इतिहास?
अलीगढ़ मुसलमान यूनिवर्सिटी के हिस्ट्री डिपार्टमेंट के इतिहासकार प्रोफेसर एम। के। पुंडीर ने कहा कि प्राचीन काल में अलीगढ़ नाम का कोई शहर नहीं था। इस शहर को जो अलीगढ़ नाम से जाना जाता है, वह कोल नाम के किले पर था तो कोल का किला प्राचीन किला के रिफरेंस से हमें यहां मिलता है। मध्यकाल में बलबन यहां आता है कोल के किले को जीतने के लिए। बलबन ने कोल के किले को जीतकर इस पर अपना कब्जा जमा लिया। इसके बाद यह बाबर के पास भी रहा।
रामगढ़ भी था नाम
जब यह सुल्तानों के पीरियड में रहा तब एक कच्ची गढ़ी बनाई गई, जो किले की सुरक्षा के लिए थी। जिसको औरंगजेब के जमाने में रिपेयरिंग कराया गया था। उसे समय रिपेयर करने वाले गवर्नर का नाम साबित खान था, तो जो कच्ची गड़ी थी वोसाबित गड़ी कहलाई। यहां जाटों का प्रबुद्ध रहा। उन्होंने इसका नाम रामगढ़ कर दिया।
फिर नाम पड़ा अलीगढ़
लेकिन उसके 4 वर्ष बाद जब इस पर मराठो का कब्जा हुआ। तो उन्होंने इसका नाम वापस अलीगढ़ रख दिया। इसे पहले जाटों के कैप्चर करने से पहले यह स्थान रोहिल्ला पठानों के कमांडेंट ने इसको कैप्चर किया था और उस टाइम यह स्थान नवाब अवध के अंडर आ गई थी। तब नवाब अवध ने अली को डेडिकेट करते हुए इसका नाम अलीगढ़ रखा था। धीरे-धीरे जब यह एरिया 1803 में मराठो से अंग्रेजों के पास चला जाता है। तब 1804 मे कोल गड़ी के आधार पर पूरे शहर का नाम अलीगढ़ कर देते हैं। 1804 के बाद से इसे अलीगढ़ के नाम से जाना जाने लगा और कॉल का अस्तित्व अलीगढ़ में समाहित हो गया।
अलीगढ़ का बदलेगा नाम?
इतिहासकार ने अलीगढ़ vs हरिगढ़ के प्रश्न पर बोला कि यह एकदम गलत और औचित्यहीन है। हम अपने ऐतिहासिक भूतकाल में कहीं भी जाएं तो इसे हरिगढ़ का नाम नहीं दिया गया। जाटों ने इसका नाम रामगढ़ जरूर रखा था, लेकिन इसका प्राचीन नाम कोल ही था। साथ ही यहां कोई ऐसे धार्मिक स्थल देखने को मिलता है। जिससे यहां किसी ईश्वर का वास रहा, जिसके नाम से इसको हरिगढ़ नाम दिया जाए और इतिहास के बिहाफ पर आप इस हरिगढ़ नाम को किसी भी प्रकार से जस्टिफाई नहीं कर पाएंगे।