इस किसान ने अपने खेतों में बहाया पसीना,विदेशों में दिखेगा ‘मिनी पंजाब’ के आलू का जलवा
“मुश्किल नहीं है कुछ दुनिया में, तू जरा हौसला तो कर। स्वप्न बदलेंगे हकीकत में, तू ज़रा प्रयास तो कर”। ऐसे ही कहानी है शाहजहांपुर के ग्रेजुएट पास किसान की। इस किसान ने अपने खेतों में पसीना बहाया और सफलता की इबारत लिख दी। जिसके चर्चे अब विदेशों में हो रहे हैं। यह किसान अपने खेत में भिन्न-भिन्न प्रजाति के आलू उगाता है। जिसकी मांग अब कई राष्ट्रों में हो रही है। जिसके बाद अब यहां से आलू को निर्यात करने की तैयारी हो रही है। निर्यात के लिए किसान ने जर्मनी, दुबई और रूस के साथ एमओयू साइन किया है।
“मिनी पंजाब” कहे जाने वाले शाहजहांपुर की पुवायां तहसील क्षेत्र के किसान हौसला सिंह पिछले 20 वर्षों से खेती कर रहे हैं। हौसला सिंह ने कहा कि साल 1994 में उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। पढाई के बाद पिता के साथ खेती करना प्रारम्भ कर दिया। उनके पिता अपने खेतों में धान और गेहूं की फसल उगाया करते थे। लेकिन हौसला सिंह खेतों में नयी फसल लगाना चाहते थे। उस समय हौसला सिंह ने आलू की खेती करना प्रारम्भ किया। आज हौसला सिंह अपने खेतों में 8 प्रजाति के आलू उगा रहे हैं। जिससे उनको अच्छी कमाई भी होती है।
70 एकड़ में आलू की जैविक खेती
हिम्मत सिंह ने कहा कि वह अपनी 70 एकड़ जमीन में आलू की खेती करते हैं। आलू की खेती में वह कम से कम कीटनाशक और रासायनिक खादों का इस्तेमाल करते हैं। रासायनिक खादों की स्थान पर गोबर की खाद और कीटनाशक के तौर पर नीम के ऑयल का घोल बनाकर उसका छिड़काव करते हैं। जिससे आलू की फसल में कीट नहीं लगते और अच्छी गुणवत्ता वाला आलू पैदा होता है।
बुवाई के लिए करते हैं जर्मनी के मशीनों का प्रयोग
हिम्मत सिंह अपने खेतों में 8 प्रजाति की आलू उगा रहे हैं। जिसमें पुखराज, सैंटाना, कोलंबा, सूर्या, चिप्सोना, फ्राईसोना, क्रोड़ा और विदेशी प्रजाति सर्फोमीरा है। हौसला सिंह ने कहा कि वह आलू की बुवाई के लिए जर्मनी के कृषि यंत्रों का इस्तेमाल करते हैं। जिससे उत्पादन और गुणवत्ता बेहतर मिलती है।
विदेशों में दिखेगा ‘मिनी पंजाब’ के आलू का जलवा
हाल ही में यूपी उद्यान और खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा आगरा में कराए गए बायर सेलर मीट में हौसला सिंह ने भी भाग लिया था। यहां उन्होंने अपने खेतों में उगाए हुए आलू की प्रदर्शनी लगाई। जिसके बाद जर्मनी, दुबई और रूस का अगुवाई कर रहे डॉ मुबीन खान ने हौसला सिंह के साथ आलू का निर्यात करने के लिए एमओयू साइन किया है। हौसला सिंह ने कहा कि अभी जर्मनी में 3, दुबई में 4 और रूस में 2 कंटेनर भेजने को लेकर करार किया है। इसके अतिरिक्त कुवैत से भी आलू की मांग आ रही है।
किसानों को देते हैं प्रशिक्षण
हिम्मत सिंह ने कहा कि वह स्वयं आलू की खेती करने के साथ-साथ अपने आसपास के किसानों को भी आलू की खेती में अधिक फायदा लेने के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण देते हैं। प्रशिक्षण के लिए हौसला सिंह अपने खेतों पर किसानों को बुलाते हैं। इसके अतिरिक्त आवश्यकता पड़ने पर दूसरे किसानों के खेत पर जाकर उनकी फसल देखकर उन्हें महत्वपूर्ण राय भी देते हैं।