समाजवादी पार्टी में मचा घमासान, अखिलेश के बार-बार टिकट बदलने के पीछे की जानें वजह
सपा में टिकट परिवर्तन का दौर जारी है. अखिलेश यादव की पार्टी समाजवादी पार्टी में कब किसका टिकट कट जाए, कट कर दुबारा मिल जाए और फिर टिकट कट जाए, कोई पक्का नहीं कर सकता. ताजा उदाहरण तो मेरठ का है. जहां महीने में तीन बार टिकट बदला जा चुका है. अखिलेश यादव बदायूं से लेकर मेरठ और मुरादाबाद, रामपुर तक की सीटों पर उम्मीदवार बदल चुके हैं. इन फैसलों से समाजवादी पार्टी की रणनीति पर प्रश्न खड़े होने लगे हैं. समाजवादी पार्टी में इस स्थिति पर पार्टी के लोग हैरत में हैं तो बीजेपी और रालोद समाजवादी पार्टी पर इस मामले पर तंज कसने में पीछे नहीं है.
वहीं सियासी विश्लेषकों की मानें तो अखिलेश यादव जातीय समीकरण साधना चाह रहे हैं. वह जिताऊ प्रत्याशी को ही टिकट दे रहे हैं. बार-बार टिकट बदलना दर्शाता है कि कोई रखना नहीं चाहते हैं. यही वजह जहां प्रत्याशी को विरोध हुआ या समीकरण में जहां कैंडिडेट सेट नहीं हो रहा है वहां समाजवादी पार्टी ऐन समय प्रत्याशी बदल दे रही है. हालांकि सियासी जानकार की मानें बार-बार प्रत्याशी परिवर्तन हानि भी कर सकता है. हालांकि किसी की रणनीति कितनी कारगर होती है यह चुनाव रिज़ल्ट बताएगा.
दरअसल, मुरादाबाद में नाटकीय और रोचक घटनाक्रम के बाद अब मेरठ में नया खेल दिख रहा है. पहले सामान्य सीट पर पार्टी ने दलित प्रत्याशी भानु प्रताप को उतार दिया. लेकिन यहां के टिकट के लिए तीन विधायक अतुल प्रधान, रफीक अंसारी और शाहिद मंजूर भी रेस में थे. बाजी हाथ लगी अतुल प्रधान के, जो अपना टिकट पक्का कराने के लिए अखिलेश के पीछे पीछे दिल्ली के रामलीला मैदान पहुंच गए जहां विपक्ष की रैली हुई. अखिलेश यादव से उन्होंने अपना टिकट पक्का करा लिया और नामांकन करा दिया. लेकिन फिर बाजी पलटी और बाजी हाथ लगी सुनीता वर्मा के. इससे पहले समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने बुधवार को बागपत का उम्मीदवार बदल दिया. पहले यहां से मनोज चौधरी को उम्मीदवार बनाया गया था, अब उनके जगह पर पूर्व विधायक अमरपाल शर्मा को टिकट दिया गया है.
अभी और बदल सकते हैं प्रत्याशी
बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी मुखिया ने पहले जहां भी कमजोर उम्मीदवार उतार दिए थे उन्हें धीरे-धीरे बदला जाएगा. अब तक करीब 10 सीटों बागपत, संभल, मिश्रिख, बदायूं, बिजनौर, रामपुर, मुरादाबाद, गौतमबुद्ध नगर, मुरादाबाद, मेरठ में टिकट बदले जा चुके हैं. कहा तो यह भी जा रहा है कि अभी कुछ और सीटों के उम्मीदवारों को बदला जाएगा. अखिलेश ने जिला कमेटियों से इसके बारे में रिपोर्ट मांगी है.