बड़ा चमत्कारी है शिव का यह धाम, आज तक इनके द्वार से कोई खाली नहीं लौटा
शाहजहांपुर में शिव का मशहूर मंदिर त्रिलोकी नाथ धाम है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं ईश्वर भोलेनाथ पूरी करते हैं। इस मंदिर पर हर सोमवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालु ईश्वर भोलेनाथ को जलाभिषेक करने पहुंचते हैं। लेकिन महाशिवरात्रि के मौके पर यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। मान्यता है कि आज तक भोलेनाथ के द्वार से कोई खाली नहीं लौटा है।
मंदिर के संस्थापक विजय महाराज ने कहा कि वह 8 साल की उम्र से ही ईश्वर भोलेनाथ की सेवा कर रहे हैं। इससे पहले वो शहर के ही एक मंदिर में रहकर ईश्वर भोलेनाथ की सेवा किया करते थे। लेकिन बाद में साल 1999 में पैना बुजुर्ग गांव के ग्राम प्रधान ने उनको दान में जमीन दी। जिसके बाद यहां शिवलिंग की स्थापना कर मंदिर का निर्माण किया गया।
शिवरात्रि के मौके पर रात से भक्त करते हैं बारी का इंतजार
विजय महाराज ने कहा कि त्रिलोकी नाथ धाम पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं की इच्छा भोलेनाथ पूरा करते हैं। आज तक भोलेनाथ के द्वार से कोई खाली नहीं लौटा है। त्रिलोकी नाथ धाम पर हर सोमवार को हजारों की संख्या में भक्त भोलेनाथ को जलाभिषेक करने के लिए पहुंचते हैं। महाशिवरात्रि के मौके पर यह भीड़ लाखों में परिवर्तित हो जाती है। महाशिवरात्रि के मौके पर भव्य कार्यक्रम होते हैं। रात में ही श्रृंगार पूजन करने के बाद द्वार खोल दिए जाते हैं। भक्त जलाभिषेक करने के लिए रात से ही कतारों में खड़े हो जाते हैं।
मन्नत पूरी होने पर भक्त चढ़ाते हैं घंटा
भोलेनाथ के द्वार पर आने वाले श्रद्धालुओं की जब इच्छा को ईश्वर पूरा करते हैं। तो भोलेनाथ के भक्त खुश होकर यहां घंटा चढ़ाते हैं। यहां ईश्वर शिव की विशाल मूर्ति भी स्थापित है। मंदिर का संचालन बाबा शिव त्रिलोकी नाथ धाम ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।