उत्तर प्रदेश

मुख़्तार अंसारी की जनाजे में शामिल होने के लिए हज़ारों कि भीड़ पहुंची उनके आवास पर…

लखनऊ: यूपी के गैंगस्टर मुख्तार अंसारी का बांदा कारावास में 28 मार्च 2024 को हार्ट अटैक से मृत्यु हो गया. पोस्टमॉर्टम होने के बाद मुख्तार के मृतशरीर उसके बेटे उमर अंसारी के हवाले कर दिया गया. आज शनिवार (30 मार्च 2024) को उसके सुपुर्द ए खाक की तैयारी हो रही है. उसके जनाजे में शामिल होने के लिए हज़ारों कि भीड़ उसके आवास पर पहुँची हैं.  अत्याचार की संभावना को देखते हुए प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है.

गाजीपुर में मोहम्मदाबाद स्थित मुख्तार अंसारी के आवास के बाहर बड़ी तादाद में लोग उपस्थित हैं. इस दौरान लोगों ने ‘मुख्तार अंसारी जिंदाबाद’ के नारे भी लगाए और उसे शहीद बताया. भीड़ को देखते हुए प्रशासन अलर्ट है. गाजीपुर और मऊ क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता व्यवस्था किए गए हैं. मुख्तार के घर के पास बड़ी संख्या में पुलिस बल उपस्थित है. मुख्तार की मृत-शरीर को दफनाने से पहले वाराणसी रेंज के डीआईजी ओमप्रकाश सिंह, जिलाधिकारी आर्यका अखौरी और एसपी ओमवीर सिंह ने पुलिस बल के साथ कालीबाग कब्रिस्तान का जायजा लिया. मुख्तार अंसारी की कब्र उसके पिता सुभान उल्लाह अंसारी और अम्मी राबिया बेगम के कब्र के बगल में बनाई गई है, जहाँ उसे दफना कर दिया जाएगा.

वहीं, बिहार स्थित सिवान के कुख्यात गैंगस्टर मोहम्मद शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा भी मुख्तार के जनाजे में आया हुआ है. बता दें कि शहाबुद्दीन, लालू यादव की पार्टी  के राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से जुड़ा था और दिल्ली के तिहाड़ कारावास में बंद था. कोविड-19 के कारण साल 2021 में उसकी हॉस्पिटल में मृत्यु हो गई थी. करीब 17 सालों तक कारावास में बंद रहे मुख्तार अंसारी के जनाजे के दौरान कब्रिस्तान में परिवार के अतिरिक्त बाहरी लोगों के जाने पर पाबन्दी लगाई गई है. पुलिस प्रशासन ने निर्देश दिया है कि परिवार के अतिरिक्त कोई भी शख्स कब्रिस्तान में नहीं जा सकेगा.

भीड़ के मद्देनज़र गाजीपुर में कई स्थान बैरिकेडिंग की गई है. कई रास्तों को ब्लॉक कर दिया गया है और रूट को डायवर्ट कर दिया गया है. मोहम्मदाबाद में मुख्तार के घर के बाहर भी बैरिकेडिंग लगाई गई है.  बता दें कि कारावास में बंद मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी को न्यायालय की छुट्टी होने के कारण जनाजे में आने की इजाजत नहीं मिल पाई है. वहीं, मुख़्तार की फरार पत्नी अफ्शां भी जनाजे में आएगी या नहीं, इस पर भी संशय है.

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button