इस खास औषधि का प्रयोग और कमाल,पेट के मर्ज लिए रामबाण
बलिया: स्वास्थ्य जानकार कहते हैं, आप कितने स्वस्थ है, यह जानने का सबसे सरल तरीका है कि आपका पेट कितना ठीक रहता है? वर्तमान जीवनशैली, खानपान में हो रहा परिवर्तन और खानपान में शामिल होती मिलावट पेट जनित परेशानी की जड़ है। यदि आप या आपके आसपास कोई आदमी पेट की परेशानी से पीड़ित है, तो आर्युवेदिक तरीका की सहायता से इससे निजात पा सकते हैं। जिले के मझौली में स्थित शान्ति आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज एंड हॉस्पिटल के परिसर में ही अश्वगोल नामक औषधि का उत्पादन किया जाता है जो पेट के मर्ज लिए रामबाण होता हैं।
यहांमरीजों को मुफ़्त इलाज दिया जाता है। अश्वगोला जिसे आमतौर पर इसबगोल के नाम से भी जाना जाता है। यह एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। यह पेट के अनेक परेशानी के निवारण के लिए प्रयोग किया जाता है। डाक्टर एस पी तिवारी बताते हैं कि यह एक जरूरी औषधि है जो पेट के लिए काफी लाभदायक होती है। यह अश्वगोल नामक औषधि है जिसे इसबगोल के नाम से भी जाना जाता है। यह स्वाद में मीठा और तासीर में ठंडी होती है। इस औषधि में विभिन्न जरूरी घटक भी शामिल होते हैं।
ये है इस खास औषधि का प्रयोग और कमाल
यह औषधि लगभग तुलसी के पौधे के समान होती है। इसके मंजरी में खास भुस पाए जाते हैं। जिसे पेट के अनेक समस्याओं को दूर करने हेतु प्रयोग किया जाता है। इसके अतिरिक्त भी कई गंभीर रोंगों के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। एक से दो चम्मच पिसा हुआ अश्वगोल दिन में दो बार पानी के साथ लिया जा सकता है। इसके बीजों को पर्याप्त पानी में भिगोकर उसमें एक चम्मच चीनी मिलाकर दिन में दो बार पीने से विबंध (कब्ज) में विशेष फायदा मिलता है। बीजों को पानी में उबालकर भी बीच-बीच में लिया जा सकता है।
मरीज को किया जाता है नि:शुल्क वितरण
डॉक्टर एस पी तिवारी ने बोला कि जो रोगी पेट की परेशानी से परेशान रहता है उसे यह औषधि नि:शुल्क दी जाती है। ताकि लोग आयुर्वेद पद्धति के महत्व को जाने और इसके प्रति सतर्क हो। चुकी यह पद्धति किसी भी बीमारी को जड़ से समाप्त करने में मददगार सिद्ध होती है। गवर्नमेंट के द्वारा भी आयुर्वेद को बढ़ावा देने का कोशिश किया जा रहा है। हर घर आयुर्वेदा प्रत्येक दिन आयुर्वेदा की के मुताबिक हम लोग भी गवर्नमेंट के मुहिम को सफल बनाने हेतु कोशिश कर रहे हैं। ताकि हर लोग आयुर्वेद पद्धति के महत्व से परिचित हो सकें। नि:संकोच रुप से जब इसका फायदा लोगों को मिलेगा तो जरूर इस पद्धति से लोग जुड़ने का कोशिश करेंगे।