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विदेशी बैटर जो टीम इंडिया के लिए बने मुसीबत

नई दिल्‍ली. विश्‍व क्रिकेट के इन दो बैटरों को टीम इण्डिया के विरुद्ध खेलना हमेशा रास आता रहा. वैसे तो इनकी गिनती दुनिया के बेहतरीन बैटरों में होती थी लेकिन भारतीय टीम के विरुद्ध इनका प्रदर्शन और ज्‍यादा निखर जाता था. दोनों ने ही अपने टेस्‍ट करियर का आगाज हिंदुस्तान के विरुद्ध किया और शतक जड़ा. यही नहीं, हिंदुस्तान के विरुद्ध अपने आखिरी टेस्‍ट में भी इन दोनों ने सैकड़ा जड़ा.

भारतीय बॉलर्स के विरुद्ध इनके ‘डोमिनेशन’ की दास्‍तां यही खत्‍म नहीं हो जाती. दोनों बैटरों ने अपना सर्वोच्‍च टेस्‍ट स्‍कोर भी टीम इण्डिया के विरुद्ध बनाया. टेस्‍ट करियर के ओवरऑल बैटिंग से ज्‍यादा औसत इन्‍होंने हिंदुस्तान के विरुद्ध दर्ज किया. यहां बात हो रही हैं ऑस्‍ट्रेलिया के माइकल क्‍लार्क (Michael Clarke) और इंग्‍लैंड के एलिस्‍टर कुक (Alastair Cook) की, इन दोनों का इंटरनेशनल करियर करीब 12 वर्ष का रहा.

 

दोनों ने हिंदुस्तान के विरुद्ध टेस्‍ट करियर प्रारम्भ किया
दोनों बल्‍लेबाजों में माइकल क्‍लार्क का करियर पहले प्रारम्भ हुआ. अक्‍टूबर 2004 में बेंगलुरू में इन्‍होंने हिंदुस्तान के विरुद्ध अपना पहला टेस्‍ट खेला और अपनी पहली पारी में ही 248 गेंदों पर 18 चौकों और चार छक्‍कों की सहायता से 151 रन बनाकर बड़ा खिलाड़ी बनने का संकेत दे दिया. हालांकि दूसरी पारी में वे 17 रन ही बना सके थे. ऑस्‍ट्रेलिया ने यह टेस्‍ट 217 रनों से जीता था और क्‍लार्क प्‍लेयर ऑफ द मैच घोषित किए गए थे.

इसी तरह, बाएं हाथ के ओपनर एलिस्‍टर कुक ने भी अपना टेस्‍ट डेब्‍यू हिंदुस्तान के विरुद्ध मार्च 2006 में नागपुर में किया. टेस्‍ट की पहली पारी में 60 रन बनाने के बाद उन्‍होंने दूसरी पारी में नाबाद 104 रन (243 गेंद, 12 चौके) बनाए थे. यह मैच ड्रॉ समाप्‍त हुआ था.

 

भारत के विरुद्ध अंतिम टेस्‍ट में भी जड़ा शतक
क्‍लार्क ने हिंदुस्तान के विरुद्ध अपना अंतिम टेस्‍ट दिसंबर 2014 में एडिलेड में खेला और इसमें पहली पारी में 128 रन (163 गेंद, 18 चौके) और दूसरी पारी में 7 रन बनाए. टेस्‍ट में ऑस्‍ट्रेलिया ने 48 रन से जीत हासिल की थी. इसके अगले साल अगस्‍त 2015 में इंग्‍लैंड के विरुद्ध ओवल में टेस्‍ट खेलकर क्‍लार्क ने अपने टेस्‍ट करियर का विराम दिया था.

कुक की बात करें तो उन्‍होंने अपना अंतिम टेस्‍ट हिंदुस्तान के विरुद्ध दिसंबर 2018 में ओवल में खेला था. टेस्‍ट को यादगार बनाते हुए उन्‍होंने पहली पारी में 71 और दूसरी पारी में 147 रन (286 रन, 14 चौके) बनाकर शान के साथ इंटरनेशनल क्रिकेट से विदाई ली थी.

भारत के विरुद्ध खेल चुके बड़ी पारी

क्‍लार्क और कुक, दोनों ने टेस्‍ट का अपना सर्वोच्‍च स्‍कोर हिंदुस्तान के विरुद्ध ही बनाया. क्‍लार्क के टेस्‍ट क्रिकेट में एक तिहरा शतक जड़ा है. यह हिंदुस्तान के विरुद्ध जनवरी 2012 में सिडनी टेस्‍ट में बना था. मैच में क्‍लार्क ने ऑस्‍ट्रेलियाई टीम की कप्‍तानी भी की थी. उन्‍होंने 468 गेंदों पर 39 चौकों और एक छक्‍के की सहायता से नाबाद 329 रन बनाए थे.

कुक भी हिंदुस्तान के विरुद्ध तिहरा शतक बनाने के बहुत करीब पहुंच गए थे. दुर्भाग्‍यवश उन्‍हें 294 के स्‍कोर पर आउट होना पड़ा था. अगस्‍त 2011 के बर्मिंघम टेस्‍ट में उन्‍होंने 545 गेंदों पर 33 चौकों की सहायता से यह रन बनाए थे और इशांत शर्मा के शिकार बने थे. क्‍लार्क और कुक ने जिस टेस्‍ट में अपना सर्वोच्‍च स्‍कोर बनाया था, उन दोनों में टीम इण्डिया को पारी के अंतर से हार मिली थी.

 

ओवरऑल टेस्‍ट औसत से बेहतर हिंदुस्तान के विरुद्ध औसत
क्‍लार्क ने 115 टेस्‍ट के अपने करियर में 49.10 के औसत से 8643 रन (28 शतक) बनाए हैं. हिंदुस्तान के विरुद्ध इन्‍होंने 22 टेस्‍ट में 53.92 के औसत से 2049 रन बनाए  जिसमें 7 शतक शामिल हैं. एलिस्‍टर कुक की बात करें तो उन्‍होंने 161 टेस्‍ट में 45.35 के औसत से 12472 रन बनाए  जिसमें 33 शतक शामिल हैं. हिंदुस्तान के विरुद्ध उन्‍होंने 30 टेस्‍ट में 7 शतक की सहायता से 2431 रन बनाए हैं और उनका औसत 47.66 का है.

 

दोनों ने की अपने राष्ट्र की कप्‍तानी
माइकल क्‍लार्क ओर एलिस्‍टर कुक, दोनों ने अपने राष्ट्र की कप्‍तानी की. दाएं हाथ के बैटर क्‍लार्क 47 टेस्‍ट में ऑस्‍ट्रेलिया के कप्‍तान रहे और इस दौरान 51.92 के औसत से 3946 रन बनाए जिसमें 14 शतक शामिल रहे. दूसरी ओर, कुक ने 59 टेस्‍ट में इंग्‍लैंड की कप्‍तानी की. अपनी कप्‍तानी के दौरान उन्‍होंने 46.57 के औसत से 4844 रन बनाए जिसमें 12 शतक शामिल रहे.

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