चारधाम यात्रा के दौरान प्रदूषण कम करने के लिए उत्तराखंड परिवहन विभाग ने चलाई ये नई पहल
देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड आध्यात्म के लिए जाना जाता है। यहां स्थित प्राचीन मंदिर और चारों धाम (Chardham Yatra 2024) के दर्शन के लिए हर वर्ष श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं। हर वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी श्रद्धालु इन पवित्र स्थानों की यात्रा के लिए प्रतीक्षा कर रहे हैं। जल्द ही उनका प्रतीक्षा समाप्त हो जाएगा क्योंकि देवभूमि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा प्रारम्भ हो जाएगी। इसके लिए अनेक विभाग तैयारियों में जुट चुके हैं। वहीं चारधाम यात्रा को प्रदूषण मुक्त बनाने की कवायद तेज हो गई है। सीएम पुष्कर सिंह धामी के गाइड लाइन पर केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री समेत सभी प्रमुख तीर्थ स्थलों के मार्गों को प्रदूषण मुक्त बनाया जाएगा।
ऐप के जरिए मिलेगी जानकारी
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के आरटीओ सुनील शर्मा ने जानकारी देते हुए बोला है कि इस बार चारधाम यात्रा में नयी पहल की जा रही है, जिसके अनुसार यात्रा के लिए लोगों को इलेक्ट्रिक वाहनों (कमर्शियल या निजी वाहन) लाने की अपील की जा रही है। इसके अतिरिक्त चारधाम यात्रा पर पड़ने वाले सभी मार्गों पर विभाग द्वारा 28 चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) नोडल एजेंसी के तौर पर सुनिश्चित की गई है। जीएमवीएन के माध्यम से रुड़की, हरिद्वार, ऋषिकेश, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग टिहरी, उत्तरकाशी और चमोली आदि सभी रुट मार्गों पर 30 से 35 किमी के दायरे पर ये चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं। इनकी व्यवस्थाओं की जानकारी ऐप के माध्यम से दी जाएगी।
चार्जिंग स्टेशन
उन्होंने बोला कि चारधाम यात्रा पर आने वाला आदमी यदि इलेक्ट्रिक वाहनों को लाता है और उसे वाहन को चार्ज करने की आवश्यकता होती है, तो वह इस ऐप के माध्यम से चेक कर सकता है कि उसका नजदीकी चार्जिंग स्टेशन कहां पड़ रहा है और वहां कितनी गाड़ियों की लाइन लगी है। जिसके हिसाब से वह अपनी गाड़ी के लिए चार्जिंग की प्रबंध कर सकता है। इसमें एक वाहन को चार्ज होने में करीब एक से डेढ़ घंटे का समय लग जाएगा और 15 से 20 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से उनसे चार्ज किया जाएगा। एक गाड़ी में लगभग 30 यूनिट की चार्जिंग की जाती है, जो 400 से 650 रुपए की चार्जिंग हो जाएगी। इससे 200 से 250 किमी की दूरी गाड़ी तय कर सकती है।
चार्जिंग स्टेशन न होने से क्षेत्रीय भी परेशान
आरटीओ देहरादून सुनील कुमार ने कहा कि फरवरी 2018 में संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक हुई थी, जिसमें वाहनों से लगातार बढ़ रहे प्रदूषण पर चिंता जताई गई थी। इसके बाद राज्य में लगातार पर्यावरण संरक्षण के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके बाद देहरादून में वाहनों की संख्या तो बढ़ी लेकिन मुनासिब चार्जिंग स्टेशन न होने के चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अब इस रणनीति से चारधाम यात्रियों के अतिरिक्त क्षेत्रीय लोगों को भी सुविधा मिल सकेगी।