सिलक्यारा सुरंग के पास हुआ एक और बड़ा हादसा, सीमा सड़क संगठन के दो अधिकारी हुए घायल
सिलक्यारा सुरंग स्थल के पास रविवार को एक और दुर्घटना हो गया। एक कार और प्राइवेट बस के बीच भिड़न्त की घटना में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के दो अधिकारी घायल हो गये। पुलिस ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि यह दुर्घटना सुरंग से महज आधा किलोमीटर दूर हुआ है, जब बीआरओ के अधिकारी अपनी सरकारी वाहन से सुरंग के पास जा रहे थे।
एक अधिकारी ने कहा कि एक खचाखच भरी बस उल्टा दिशा से आ रही थी और उसने कार को भिड़न्त मार दी। उन्होंने कहा कि घायल ऑफिसरों को नजदीकी हॉस्पिटल ले जाया गया। प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गयी। पुलिस अधिकारी ने बोला कि मुद्दे की जांच की जा रही है।
अब वैकल्पिक रास्ता बनाया जा रहा
आपको बता दें कि उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में पिछले दो हफ्ते से 41 मजदूर फंसे हैं। अभी तक इन्हें बाहर नहीं निकाला जा सका है। मजदूरों को बाहर निकालने के लिए वैकल्पिक रास्ता तैयार करने के लिए रविवार को सुरंग के ऊपर से लंबवत ड्रिलिंग प्रारम्भ की गयी और अब तक 19.2 मीटर ड्रिलिंग की जा चुकी है।
अधिकारियों ने यहां कहा कि क्षैतिज ड्रिलिंग कर रही अमेरिकी ऑगर मशीन के टूटने के एक दिन बाद मजदूरों को बाहर निकालने के लिए लंबवत ड्रिलिंग प्रारम्भ की गयी है। उन्होंने कहा कि सुरंग में फंसे मजदूरों तक पहुंचने के लिए कुल 86 मीटर लंबवत ड्रिलिंग की जाएगी और इसमें चार दिन का समय लगेगा।
क्या कह रहे अधिकारी?
राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के व्यवस्था निदेशक महमूद अहमद ने सिलक्यारा में संवाददाताओं को कहा कि लंबवत ड्रिलिंग प्रारम्भ कर दी गयी है और अब तक 19.2 मीटर ड्रिलिंग की जा चुकी है।
कितना और समय लगेगा?
उन्होंने कहा कि सतलुज जलविद्युत निगम द्वारा प्रारम्भ की गयी लंबवत ड्रिलिंग का कार्य काफी जोर-शोर से चल रहा है और यदि बिना किसी अड़चन के यह इसी तरह चलता रहा तो ‘हम इसे चार दिन में 30 नवंबर तक समाप्त करने की आशा कर सकते हैं’। क्षैतिज ड्रिलिंग कर रही ऑगर मशीन के ब्लेड शनिवार को मलबे में फंस गए थे जिससे बचाव अभियान में रुकावट आ गई थी।