वायरल

मुस्‍ल‍िम कर्मचारी की चार बीवियां हों, तो मरने के बाद किसे मिलेंगी पेंशन…

मुस्‍ल‍िम परिवारों में कई लोग पहली पत्‍नी के रहते तीन-चार शादियां कर लेते हैं कई सरकारी कर्मचारी भी ऐसा करते हैं कानून के मुताबिक, यदि क‍िसी कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है तो उसकी पत्‍नी को पेंशन मिलती है लेकिन सोशल मीडिया पर प्रश्न पूछा गया क‍ि यदि क‍िसी मुस्‍ल‍िम कर्मचारी की चार पत्‍न‍ियां हों, तो मरने के बाद क्‍या सबको पेंशन मिलेगी? उत्तर जानकर आप भी दंग रह जाएंगे

ऑनलाइन प्‍लेटफार्म कोरा पर अनिमेष कुमार सिन्हा नाम के एक शख्‍स ने इसके दस्‍तावेजी साक्ष्‍य दिए स्वयं को रेलवे में पूर्व प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी बताने वाले अन‍िमेष ने पूरी कहानी समझाई उन्‍होंने लिखा, पहली बात – मुसलमान सरकारी कर्मचारी को भी पहली पत्नी के जीवित रहते दूसरी विवाह करने के लिए गवर्नमेंट की अनुमति की आवश्यकता होती है उन्‍होंने रेल मंत्रालय की ओर से जारी एक सरकारी आदेश भी दिखाया और कहा क‍ि कमोवेश सभी कर्मचार‍ियों के ल‍िए यही नियम लागू होता है इतना ही नहीं, उच्चतम न्यायालय ने 2015 में दिए एक निर्णय में भी साफ बोला था क‍ि मुसलमान सरकारी कर्मचारी – जिसने अपनी पहली पत्नी को तलाक दिए बिना दूसरी विवाह की, इसके ल‍िए अनुमत‍ि भी नहीं ली, उसे बर्खास्‍त किया जा सकता है मुसलमान पर्सनल लॉ एक आदमी को एक से अधिक बार विवाह करने की इजाजत देता है, लेकिन सरकारी नियम वैध शादी के दौरान कर्मचारियों को दो बार विवाह करने से रोकते हैं

बिना अनुमत‍ि दूसरी विवाह नहीं
उन्‍होंने कहा, कोई भी रेलवे कर्मचारी जिसकी पत्नी जिंदा है, दूसरी विवाह नहीं कर सकता जब तक कि उसे गवर्नमेंट से अनुमति ना मिल गई हो भले ही ऐसी शादियां उस कर्मचारी के पर्सनल लॉ के ह‍िसाब से वाजिब ही क्‍यों न हों केंद्रीय कर्मचारियों के ल‍िए जारी नियमों में इस बात का उल्‍लेख किया गया है क‍ि एक विवाह करना सामान्य नियम है दूसरी विवाह करना केवल अपवाद इसकी अनुमत‍ि तभी दी जा सकती है, जब उसका पर्सनल लॉ इसकी इजाजत दे

अगर अनुमत‍ि ली गई हो तो…

बिना अनुमति के दो या अधिक शादियां करने पर सिर्फ़ पहली पत्नी को ही पेंशन मिलेगी लेकिन यदि दूसरी विवाह के ल‍िए उस कर्मचारी ने गवर्नमेंट से अनुमति ली है, तब मुद्दा कुछ और हो जाएगा कई चीजें देखने के बाद और पुख्‍ता प्रमाण होने के बाद दोनों पत्‍न‍ियों को पेंशन देने पर निर्णय हो सकता है

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button