साइबर ठगी के ऐसे हथकंडे, सुनकर चौंक जाएंगे जनाब
अगर आप भी औनलाइन गेम खेलते हैं तो संभलकर खेलें, नहीं तो अधिक कमाने के लालच में मूल पूंजी भी साइबर फ्रॉड ठग लेंगे। ऐसा ही एक मुद्दा एजुकेशन सिटी कोटा जिले से सामने आया है। कोचिंग स्टूडेंट्स को साइबर ठग तरह-तरह के लालच वाले लिंक भेजते हैं जिसमें उनकी पूंजी डबल होने की बात करते हैं या फिर गूगल ड्राइव या फिर औनलाइन गेम जिसमें पैसा इन्वेस्ट करना पड़ता है और जीतने के बाद डबल पैसा मिलता है। इस औनलाइन ठगी के झांसे में कई स्टूडेंट्स और युवा आ जाते हैं और अपने खाते में पड़ी धनराशि इन साइबर फ्रॉड करने वाले लोगों को दे बैठते हैं और बाद में पुलिस के पास पहुंचते हैं। जब तक काफी देर हो जाती है। कोटा के साइबर पुलिस स्टेशन में इस तरह के कई मुकदमा आते हैं।
कोटा पुलिस अधीक्षक अमृता दुहन ने कहा कि यहां पर राष्ट्र भर के विद्यार्थी और छात्राएं इंजीनियरिंग और मेडिकल की कोचिंग करने के लिए आते हैं। यदि आपके पास कोई भी लिंक या गूगल शीट आए जिसमें आपको कहा जाता है कि आप अपना डाटा इसमें फाइल करें, आप अपने बारे में इनफार्मेशन फिल करें, तो आप उनकी बातों में आकर अपना डेटा उसमें ना भरे। क्योंकि आपका डाटा लीक हो जाता है। लीक होने के बाद साइबर फ्रॉड के लिए आपके डेटा को इस्तेमाल में लिया जाता है। आपके पेरेंट्स के पास टेलीफोन जाते हैं इसलिए अपना कोई भी पर्सनल डाटा आप किसी भी रेंडम गूगल फॉर्म में न भरें।
लोग ऐसे होते हैं ठगी का शिकार
एसपी सिटी कोटा ने कहा कि आपके पास कहीं से कोई भी यदि व्हाट्सएप पर या सोशल मीडिया के माध्यम से कोई लिंक आता है कि आप इसमें इन्वेस्ट करें और आपको बहुत अधिक रिटर्न मिलेगा तो आप उस चीज में ना आए, वे साइबर फ्रॉड हो सकता है। आपकी और आपके पैरेंट्स की मनी आप उसमें इन्वेस्ट करेंगे वह इन्वेस्टमेंट नहीं फ्रॉड है। आपको कुछ रिटर्न नहीं मिलेंगा और जैसे ही आपने उसमें इन्वेस्ट किया वह लिंक समाप्त हो जाएगा और कोई रिटर्न नहीं मिलेगा। आप लोग अपना दिमाग पढ़ाई में लगाए न कि इन सब में। निःशुल्क में कोई आपको पैसे नहीं देता है। इस बात का ध्यान रखें किसी भी इन्वेस्टमेंट लिंक के माध्यम से किसी साइबर फ्रॉड का हिस्सा ना बने।