हजारीबाग में पौधारोपण के नाम पर किसानों से करोड़ों की हुई ठगी
हजारीबाग। ठग लोगों को ठगने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। ऐसा ही एक मुद्दा हजारीबाग से सामने आया है, जिसे जानने के बाद पुलिस भी दंग रह गई थी। यहां पौधारोपण के नाम पर किसानों से करोड़ों की ठगी की गई है। मुद्दा हजारीबाग के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र का है।
हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र भीतर ग्राम ओरिया में एक प्रज्ञा सेवा संस्थान के नाम से 2017-18 से एनजीओ संचालित था। संस्था के निदेशक प्रदीप कुमार राय के द्वारा हजारीबाग और आसपास के जिले में किसानों की खाली जमीन में मालवार, नीम तथा एराल के पौधे लगाने तथा 6 साल बाद उसे काटकर बिक्री किए जाने से अधिक फायदा होने का लालच दिया गया।
किसानों को लगाया चूना
एसपी ने आगे कहा कि प्रदीप कुमार राय द्वारा किसानों से प्रति एकड़ 3000 पौधे लगाने का खर्च 1,65,000 निवेश कराया गया और किसानों को बोला गया था कि उनके रुपए से जमीन लीज लेकर उसमें पौधे लगवा दिए गए हैं। 6 वर्ष बाद जब पौधे बड़े हो जाएंगे तो उन्हें 3000 पौधे के बदले 30 लाख रुपये दिए जाएंगे। लेकिन, 6 वर्ष पूरे होने के पहले ही संस्था के संचालक गायब हो गए। यह पूरा ठगी का मुद्दा लगभग 8 से 10 करोड़ का है।
मुझसे 3 लाख रुपये ठगे
पीड़ित किसान रफीक अंसारी ने कहा कि उन्होंने वर्ष 2018 में 2 एकड़ में पौधे लगाने के लिए संस्था को 3 लाख 3 हजार रुपये दिए थे, जिसके एवज में 60 लाख का चेक दिया गया था। साथ में जमीन और पौधे का एग्रीमेंट भी किया गया था। वर्ष 2024 में अवधि पूरी होने से पहले संस्था के लोग फरार हो गए। जिस जमीन और पेड़ का एग्रीमेंट हुआ था, उसी जमीन का एग्रीमेंट कई और किसान को भी दिया गया है।
एक आरोपी गिरफ्त में
किसानों ने लिखित आवेदन देकर संस्था के निदेशक प्रदीप कुमार राय तथा जितेंद्र पांडेय के खिलाफ मुफ्फसिल थाना में मुकदमा दर्ज कराया है, जिसके बाद पुलिस ने प्रदीप राय के सहयोगी जितेन्द्र पाण्डेय को अरैस्ट किया गया है। मुख्य आरोपी अब भी फरार है।