गौरतलब है, बंगलूरू में एक स्टार्टअप संस्थापक और सीईओ सूचना सेठ को पुलिस ने जनवरी में अरैस्ट किया था. इल्जाम है कि आठ जनवरी को उत्तरी गोवा के कैंडोलिम में एक सर्विस अपार्टमेंट में अपने चार वर्षीय बेटे की मर्डर करने के बाद उसका मृतशरीर एक बैग में रखकर कर्नाटक भाग रही थी.
आइए जानते हैं 600 से अधिक पन्नों वाले इल्जाम पत्र में क्या कुछ शामिल-
- सूचना सेठ बच्चे की कस्टडी के लिए अपने पति वेंकट रमन के साथ कानूनी लड़ाई लड़ रही थीं. छह जनवरी को सेठ ने अपने पति को एक संदेश भेजकर बोला था कि वह अगले दिन आकर बच्चे से मिल सकता है. हालांकि, जब वेंकट बंगलूरू पहुंचे तो घर पर कोई नहीं था.
- महिला नहीं चाहती थी बच्चा अपने पिता से मिले, इसलिए उसने कैंडोलिम में स्थित एक सर्विस अपार्टमेंट में छह जनवरी की देर शाम को अपने चार वर्ष के बेटे के साथ चेक-इन किया था.
- अगले दिन सुबह जब उसने चेक-आउट किया तो बच्चा गायब था. वहीं उसके पास एक भारी बैग था, जिसके बाद होटल कर्मचारियों को शक हुआ.
- सेठ के अपार्टमेंट छोड़ने के बाद तुरंत हाउसकीपिंग स्टाफ कमरे में गया तो वहां खून के धब्बे मिले और साथ ही एक पत्र भी मिला.
- पत्र में सूचना सेठ ने अपने पति के साथ अपने झगड़े और चल रही अदालती कार्यवाही के कारण मानसिक तनाव के बारे में लिखा था.
- पत्र को टिशू पेपर पर आईलाइनर का इस्तेमाल करके लिखा गया था.
- इंस्पेक्टर ने टैक्सी ड्राइवर को टेलीफोन किया और उसे स्त्री को टेलीफोन देने के लिए कहा. अपने बेटे के बारे में पूछे जाने पर, सूचना ने दावा किया कि उसने उसे मडगांव में एक दोस्त के घर पर छोड़ दिया है. वहीं खून के धब्बों के बारे में कहा कि मासिक धर्म के हैं.
- मित्र का पता बताने के लिए बोला गया तो स्त्री ने फर्जी जानकारी दे दी. इसके बाद पुलिस ने टैक्सी ड्राइवर को दोबारा टेलीफोन किया, इस बार उससे कोंकणी में बात की और यात्री को कुछ भी शक हुए बिना पास के थाने जाने के लिए कहा. तब तक टैक्सी चित्रदुर्ग जिले में प्रवेश कर चुकी थी.
- पोस्टमार्टम में पता चला कि बच्चे की या तो कपड़े के टुकड़े या तकिए से गला घोंटकर मर्डर की गई थी.
- अधिकारियों के अनुसार, बच्चे की मृत्यु गला घोंटने के कारण सदमे और दम घुटने से हुई है.
पूरा मुद्दा यह है
सूचना सेठ के आठ जनवरी को होटल से चेक आउट करने के बाद क्राइम का खुलासा हुआ था. सेठ के अपार्टमेंट छोड़ने के बाद हाउसकीपिंग स्टाफ सफाई करने गया तो वहां खून के धब्बे मिले. गोवा पुलिस के अलर्ट के आधार पर, उसे कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले के ऐमंगला थाने में हिरासत में लिया गया था. कलंगुट से एक पुलिस टीम सूचना सेठ को हिरासत में लेने और उसे ट्रांजिट रिमांड पर गोवा लाने के लिए कर्नाटक गई थी.
कलंगुट थाने के इंस्पेक्टर परेश नाइक ने कहा था कि सेठ नेकैंडोलिम के होटल सोल बनयान ग्रांडे के रूम नंबर 404 में चेक इन करते समय बंगलूरू का पता दिया था. वहीं, होटल के कर्मचारियों ने पुलिस को कहा था कि जब सूचना ने बंगलूरू लौटने के लिए टैक्सी बुलाने के लिए कहा, तो उन्हें समझाया गया कि विमान से जाना अधिक सस्ता और सुविधाजनक रहेगा. लेकिन उन्होंने सड़क से यात्रा करने पर बल दिया. इस पर होटल ने एक क्षेत्रीय टैक्सी की प्रबंध की.
सीसीटीवी फुटेज से सच सामने आया
उत्तरी गोवा के एसपी निधिन वलसन ने बोला था कि सुबह करीब 11 बजे खून के धब्बे की सूचना मिलने पर पुलिस की एक टीम होटल पहुंची और सीसीटीवी फुटेज खंगाली, जिसमें कथित तौर पर सूचना को अपने बेटे के बिना सर्विस अपार्टमेंट से बाहर निकलते हुए देखा गया. सेठ ने छह जनवरी की देर शाम को अपने चार वर्ष के बेटे के साथ चेक-इन किया था, लेकिन अगले दिन सुबह जब उसने चेक-आउट किया तो वह गायब था.
महिला को ऐसे पकड़ा था
इंस्पेक्टर नाइक ने बोला था कि उन्होंने टैक्सी ड्राइवर को टेलीफोन किया और उसे स्त्री को टेलीफोन देने के लिए कहा. अपने बेटे के बारे में पूछे जाने पर, सूचना ने दावा किया कि उसने उसे एक दोस्त के घर पर छोड़ दिया था. मित्र का पता बताने के लिए बोला गया तो उसने फर्जी जानकारी दे दी. इसके बाद नाइक ने टैक्सी ड्राइवर को दोबारा टेलीफोन किया और यात्री को कुछ भी शक हुए बिना पास के थाने जाने के लिए कहा. तब तक टैक्सी चित्रदुर्ग जिले में प्रवेश कर चुकी थी.
बैग में मिला था शव
सूचना सेठ को भनक लगे बिना ही ड्राइवर कार को ऐमंगला थाने की ओर ले गया. बाद में जब जांच की गई तो बैग में बच्चे का मृतशरीर मिला.