इस देश के बच्चे महीने भर में ही 2 साल के हो जाते हैं, जानें कैसे
आयु गणना की विभिन्न विधियाँ
कम ही लोग जानते हैं कि दक्षिण कोरिया में लोगों की उम्र निर्धारित करने का कोई एक तरीका नहीं है. यहां लोगों की उम्र की गणना बहुत पुराने उपायों से की जाती थी. जैसे हमारे राष्ट्र में आदमी की उम्र उसके जन्म के दिन और वर्ष से तय होती है. जबकि दक्षिण कोरिया में तरीका थोड़ा अलग था. यहां वर्ष बदलने के साथ-साथ आदमी की उम्र भी बदल जाती है.
बच्चे के जन्म लेते ही उसे एक साल का मान लिया जाता था
दरअसल, दक्षिण कोरिया में उम्र की गणना करने की कोई अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रणाली नहीं है. दक्षिण कोरिया में जब कोई बच्चा पैदा होता है तो उसे एक वर्ष का माना जाता है. दक्षिण कोरिया में उम्र की गणना करने का यह सबसे आम तरीका है. ऐसे में यदि दक्षिण कोरिया में किसी बच्चे का जन्म दिसंबर में होता है तो उसे जनवरी प्रारम्भ होते ही 2 वर्ष का मान लिया जाता है. वहीं 1 दिन के बच्चे की उम्र भी एक वर्ष मानी जाती है.
1 जनवरी से उम्र में वृद्धि होती थी
आयु की गणना करने का एक और तरीका यहां दिया गया है. जब कोई बच्चा पैदा होता है तो उसके जन्म के समय उसकी उम्र शून्य होती है और हर वर्ष 1 जनवरी को उसकी उम्र बढ़ा दी जाती है. इसका बच्चे के जन्म के महीने या तारीख से कोई लेना-देना नहीं है.
अब उम्र गणना की तरराष्ट्रीय प्रणाली लागू कर दी गई है
हालाँकि, अब उम्र की गणना के लिए राष्ट्र की पारंपरिक प्रणाली का जगह अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली ने ले लिया है. पिछले वर्ष चुनाव के दौरान योल ने राष्ट्रपति बनने पर इस पारंपरिक प्रबंध को ख़त्म करने का वादा किया था. दुनिया के अन्य राष्ट्रों की तरह, दक्षिण कोरियाई लोगों की उम्र की गणना तरराष्ट्रीय उम्र प्रणाली का इस्तेमाल करके की जाएगी.
पिछले वर्ष दक्षिण कोरिया की संसद ने नए युग की प्रबंध लागू करने के लिए एक विधेयक पारित किया था. यह अब कानून बन गया है.