‘चुड़ैलों का अड्डा’ बन गया कोलोब्रोरा,नहीं बताते गाव का नाम
Colobraro Curse: इटली में पहाड़ों के बीच ‘कोलोब्रारो’ नाम का एक गांव बसा हुआ है। जो इतना शापित है कि क्षेत्रीय लोग उसका नाम तक नहीं बताते हैं, फिर चाहें आप उनसे किसी भी मूल्य पर क्यों न पूछें। ऐसा इसलिए क्योंकि वे इस गांव को भूतिया और शापित मानते हैं। अतीत में यहां कुछ ऐसी खौफनाक घटनाएं हुई हैं, जिनकी वजह से क्षेत्रीय लोग अपने गांव का नाम लेने से इंकार कर देते हैं।
द सन की रिपोर्ट के अनुसार, कोलोब्रारो गांव विकृत जन्मों, कार एक्सीडेंट्स और प्राकृतिक आपदाओं की भयावह कहानियों का केंद्र रहा है। जिनकी आरंभ 1900 के दशक के प्रारम्भ में हुई। बियाजियो वर्जिलियो नाम का एक अहंकारी वकील था। वह कभी कोई मुकदमा नहीं हारा था। एक दिन उसने एक बड़ा दावा किया। उसने कथित तौर पर कहा, ‘अगर मैं जो कहता हूं वह असत्य है, तो क्या यह झूमर गिर सकता है’।
जैसे ही उसने ये शब्द बोले, उसके सिर के ऊपर झूमर आकर गिर गया और उसकी मृत्यु हो गई। इसके बाद वर्जिलियो अपशकुन का पर्याय बन गया, जिसने इस टाउन पर एक दुष्ट साया डाला। हालांकि माटेओ जैसे क्षेत्रीय लोग इसमें विश्वास नहीं करते हैं। उन्होंने बीबीसी को बताया, ‘डॉन बियाजियो वर्जिलियो? बेशक, मैं उसे याद करता हूं! दुर्भाग्य? लोगों ने इसे बना दिया, वह दुर्भाग्य नहीं लाया।
‘चुड़ैलों का अड्डा’ बन गया कोलोब्रोरा
दुर्भाग्य की ये कहानियों– चुड़ैलों की अफवाहों से और भी बदतर हो गईं। इस तरह कोलोब्रारो ‘चुड़ैलों का अड्डा’ बन गया। इन कहानियों ने लोगों पर इतना असर डाला कि वे सोचने लगे कि वे अभिशाप के अधीन हैं। माना जाता था कि चुड़ैलें जिनके पास जादुई शक्तियां होती थीं, वे पानी में नमक और कोयला मिलाकर उसे दूषित कर देती थीं और फिर उस दूषित पानी को चौराहे पर फेंकने से पहले इसे प्रभावित शख्स के माथे पर रगड़ती थीं। जो कोई भी तब सड़क पर से गुजरता था, वह श्राप से मारा जाता था।
एक क्षेत्रीय शख्स के मुताबिक, ‘ये डरावनी चीजें सिर्फ़ उन लोगों के साथ होती हैं, जो अपने लाइफ में पहली बार यहां आते हैं और जो अशुभ चीजों में विश्वास करते हैं।’ इसके बाद के वर्षों में, दो दिल और तीन फेफड़ों के साथ पैदा हुए बच्चों की कहानियों ने आसपास के गांवों में भय फैला दी। कारों के एक्सीडेंट की घटनाओं और भूस्खलन ने भी गांव को प्रभावित किया है। लेकिन ऐसा लगता है कि यह अभिशाप सिर्फ़ विजिटर्स को प्रभावित करता है।
‘यहां आने वाले लोगों को दिया जाता है ताबीज’
गांव का नाम कोलोब्रारो होना इस अर्थ में भी अजीब है कि यह शब्द ‘कोलबर’ से आया है, जिसका अर्थ है सांप। कुछ क्षेत्रीय लोगों का बोलना है कि यह एक ऐसी स्थान है ‘जहां बुरी शक्तियां रहती हैं।’ भयानक कहानियों के बावजूद, पर्यटक हर वर्ष गांव की ओर आकर्षित होते हैं, जहां क्षेत्रीय लोग शहर का इतिहास दिखाते हैं। हर वर्ष अगस्त में इस गांव में ‘चुड़ैलों’, ‘नरभक्षियों’ और ‘वेयरवोल्स’ से भरा एक स्ट्रीट शो आयोजित होता है। जो भी पर्यटक इस शो के लिए यहां आने का साहस करते हैं, उन्हें अभिशाप से बचाने के लिए एक विशेष ताबीज दिया जाता है।
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