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इस गोल्ड फिश को सबसे बूढ़ी गोल्ड फिश होने का मिला दर्जा

अगर आपने अपने घर में एक्वेरियम रखा होगा या फिर कहीं भी एक्वेरियम देखा होगा तो उसमें एक मछली को जरूर पाया होगा वो है, गोल्ड फिश सुनहरे रंग की छोटी सी ये मछली बहुत खूबसूरत लगती है और उसका डिजाइन भी लोगों को बहुत भाता है पर गोल्ड फिश लंबे समय तक जिंदा नहीं रह पाती उनकी मृत्यु भी शीघ्र हो जाती है रिपोर्ट्स के मुताबिक वो 10-15 वर्ष तक ही जीती हैं पर क्या आप जानते हैं कि एक ऐसी गोल्ड फिश भी धरती पर हुई है जिसे सबसे बूढ़ी गोल्ड फिश (Oldest Goldfish in the world) होने का दर्जा मिला है

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने वर्षों पहले एक गोल्ड फिश (Gold fish age) को दुनिया की सबसे बूढ़ी गोल्ड फिश होने का दर्जा दिया था आज तक ये रिकॉर्ड कोई दूसरी गोल्ड फिश नहीं तोड़ पाई है रिपोर्ट के मुताबिक टिश नाम की एक नर गोल्ड फिश 43 वर्ष की उम्र में मरी थी जिसकी वजह से उसे ये दर्जा मिला था टिश (Tish oldest gold fish) का जन्म 1956 में हुआ था जबकि उसकी मृत्यु 1999 में हुई थी वो दुनिया की सबसे बूढ़ी गोल्ड फिश थी

मछली की चमड़ी सफेद होने लगी थी

पीटर नाम के बच्चे ने जीती थी मछली
ब्रिटेन के नॉर्थ यॉर्कशायर में एक 7 वर्ष का बच्चा रहा करता था जिसका नाम पीटर हैंड था पीटर ने उस मछली को एक मेले में पुरास्कार के रूप में जीता था लंबे समय तक पीटर ने उस मछली की देखभाल की पर जब उसकी विवाह हो गई और वो परिवार के साथ दूसरे घर में रहने लगा तो उसके पैतृक घर पर मछली का ध्यान उसकी मां रखने लगी हिल्डा ने बहुत ध्यान से मछली की देखभाल की थी

1999 में हुई थी मौत
साल 1998 में हिल्डा ने डेली एक्सप्रेस अखबार को कहा था कि मछली की डायट बहुत हेल्दी थी और वो शांत स्थान पर रहना पसंद करता था टिश मछली जिस बाउल में रहती थी, उसमें टोश नाम की एक और गोल्ड फिश कुछ वर्षों तक रहती थी पर उसकी मृत्यु 19 वर्ष की उम्र में, 1976 में हो गई थी वर्ष 1988 में टिश, मृत्यु के काफी पास आ गया था वो अपने बाउल से निकलकर जमीन पर आ गिरी थी हिल्डा उस समय घर पर नहीं थीं, जब वो लौटकर आईं तो उन्होंने मछली को बाहर देखा उन्हें नहीं पता था कि वो कितनी देर तक बाहर थी जैसे ही उन्होंने मछली को पानी में रखा था, उसकी सांसें चलने लगी थीं जैसे-जैसे मछली बूढ़ी होती गई, उसकी चमड़ी, गोल्डेन से सिल्वर रंग की होने लगी उससे ये समझ आया कि इंसानों के बाल की तरह मछली का शरीर भी सफेद हो जाता है 1 अगस्त 1999 को मछली की मृत्यु हो गई थी

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