मर गया सूर्य तो कैसा दिखेगा? NASA ने तस्वीरों से समझाया, लेकिन…
आपने तारों को मरते हुए सुना होगा। लेकिन सोचिए कि यदि सूर्य मर जाए तो क्या होगा ? क्योंकि ब्रम्हांड में जो कुछ है, एक न एक दिन उसे खत्म हो जाना है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, जिस वक्त सूरज अपनी आखिरी सांसें गिन रहा होगा, उस समय सभी मौजूदा ग्रह खत्म हो जाएंगे। तब नजारा कैसा होगा? अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने तस्वीरों के माध्यम से इसे समझाया है। इसके माध्यम से आप उस पल को महसूस कर सकते हैं। लेकिन घबराएं नहीं, यह वक्त 5 अरब साल के बाद आने का संभावना व्यक्त किया गया है।
नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) ने अपने कैमरे में कुछ तस्वीरें कैद की हैं। यह तस्वीरें ब्रह्मांड में उपस्थित रिंग नेबुला की हैं, जिसे मेसियर 57 (Messier57) के तौर पर जाना जाता है। इसमें आप रिंग नेबुला को कई रंगों में देख सकते हैं। ऐसा वहां निकल रही चमकदार गैस की वजह से है।
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, रिंग नेबुला हमारे सूर्य की तरह मरते हुए एक तारे से बना है। यह धरती से लगभग 2,600 प्रकाश साल दूर है। इसकी मृत्यु के बाद से कई तरह की चमकदार गैस और पदार्थ बाहर निकल रहे हैं, जिसे आप आग के गोले के रूप में देख सकते हैं। इसी वजह से इसका ऐसा आकार बन गया है।
यह एक रिंग की तरह नजर आती है, इसलिए इसे रिंग नेबुला का नाम दिया गया है। ऐसी तस्वीर पहले कभी सामने नहीं आई। इसका विश्लेषण कर वैज्ञानिक पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर इस बनावट के पीछे की वजह क्या है। जेडब्ल्यूएसटी रिंग नेबुला प्रोजेक्ट के प्रमुख वैज्ञानिक और यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के प्रोफेसर माइक बार्लो ने कहा, एक बात तो साफ हो गई कि विस्फोट के बाद कुछ ऐसा हुआ कि सुनहरी गैसें और पदार्थ बाहर निकले।
उन्होंने बोला कि जब सूर्य की मृत्यु होगी तो वह अपने अंदर उपस्थित अधिकांश सामग्री को बाहर निकाल देगा। उसके रंग में भी काफी परिवर्तन आएगा। प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि हमारा सूर्य एक बड़े लाल सितारे में बदल जाएगा। अभी सूर्य का जो आकार है, वह उससे 100 गुना अधिक बड़ा होगा।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, इसके बाद सूरज से कई तरह की चमत्कारिक गैस और धूल निकलेंगी। देखने में यह एक सितारे की तरह नजर आएगा, जो लाखों सालों तक यूं ही चमकता रहेगा। हो सकता है कि एक दिन यह रिंग नेबुला के आकार का हो जाए। अनुमान यह भी है कि सूर्य की मृत्यु के बाद सौरमंडल में उपस्थित सभी ग्रह खत्म हो जाएंगे।आप यूं कह सकते हैं कि सूर्य इन सभी चीजों को निगल जाएगा।