पीएम मोदी ने कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर अनुच्छेद 370 के नाम पर गुमराह करने का लगाया आरोप
श्रीनगर. पीएम मोदी ने अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू और कश्मीर के अपने पहले दौरे में गुरुवार को इल्जाम लगाया कि कांग्रेस पार्टी और उसके सहयोगियों ने अनुच्छेद 370 के नाम पर लोगों को गुमराह किया.
पीएम ने यहां बख्शी स्टेडियम में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, दशकों तक राजनीतिक लाभ के लिए काँग्रेस और उसके साथियों ने (अनुच्छेद) 370 के नाम पर जम्मू और कश्मीर के लोगों को गुमराह किया, राष्ट्र को गुमराह किया. 370 से लाभ जम्मू कश्मीर को था, या कुछ सियासी परिवार ही इसका फायदा उठा रहे थे, जम्मू और कश्मीर की अवाम यह सच्चाई जान चुकी है.
कुछ परिवारों के लाभ के लिए जम्मू और कश्मीर को जंजीरों में जकड़ दिया गया था.
उन्होंने बोला कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद लोगों को उनके बुनियादी अधिकार मिले हैं.
आज यहाँ सबके लिए समान अधिकार हैं, समान अवसर हैं. पाक से आए शरणार्थियों, वाल्मिकी समुदाय की भाई-बहनों, हमारे सफाई कर्मचारियों को वोट देने का अधिकार 70 वर्ष तक नहीं मिला, वो अब मिला है. वाल्मिकी समुदाय को एससी कैटेगरी का फायदा मिलने की सालों पुरानी मांग पूरी हुई है. अनुसूचित जनजातियों के लिए विधानसभा में सीटें आरक्षित हुई हैं. ‘पद्दारी जनजाति’, ‘पहाड़ी जातीय समूह’, ‘गड्डा ब्राह्मण’ और ‘कोली’ समुदाय को अनुसूचित जनजाति में शामिल किया गया है.
हमारी गवर्नमेंट में पंचायत, नगर पालिका और नगर निगम में अन्य पिछड़ा वर्ग को आरक्षण दिया गया.
प्रधानमंत्री ने उनके विरुद्ध ‘व्यक्तिगत हमले’ करने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं पर भी निशाना साधा. बहुत खुश और भावुक पीएम ने बोला कि पिछले शासक राजवंशों के सदस्य अक्सर कहते हैं कि उनका कोई परिवार नहीं है.
ये लोग कह रहे हैं कि मोदी का कोई परिवार नहीं है. लेकिन राष्ट्र इन्हें करारा उत्तर दे रहा है. राष्ट्र के लोग हर कोने में कह रहे हैं- मैं हूँ मोदी का परिवार!, मैं हूँ मोदी का परिवार! मैंने जम्मू और कश्मीर को भी हमेशा अपना परिवार माना है.
प्रधानमंत्री ने बोला कि 285 ब्लॉकों से करीब एक लाख लोग टेक्नोलॉजी के जरिए उनकी जनसभा को देख रहे हैं. यह वह नया जम्मू और कश्मीर है, जिसका प्रतीक्षा हम सभी को कई दशकों से था. …जिसके लिए डाक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बलिदान दिया था.
प्रधानमंत्री ने बोला कि पिछली बार वह जम्मू आए थे और 32 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया था. और कुछ ही अंतराल के बाद आज उन्होंने नयी योजनाओं का उद्घाटन किया है, एक हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए हैं.
उन्होंने कहा, जम्मू और कश्मीर सिर्फ़ एक क्षेत्र नहीं है. जम्मू और कश्मीर हिंदुस्तान का मस्तक है. और ऊंचा उठा मस्तक ही विकास और सम्मान का प्रतीक होता है. इसलिए, विकसित जम्मू-कश्मीर, विकसित हिंदुस्तान की अहमियत है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि गवर्नमेंट ने हज़रतबल के पवित्र मंदिर के एकीकृत विकास को स्वीकृति दे दी है. गवर्नमेंट ने 40 से अधिक ऐसी जगहों की पहचान भी की है, जिन्हें अगले दो वर्ष में टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित किया जाएगा.
उन्होंने प्रत्येक एनआरआई परिवार से पाँच सदस्यों के साथ हिंदुस्तान यात्रा पर आने की अपील की और बोला कि “कम से कम 5-10 फीसदी बजट से कोई न कोई लोकल चीजें खरीदें” ताकि वहां के लोगों की आमदनी और उनका रोजगार बढ़े.
देश में ही डेस्टिनेशन वेडिंग की राय देते हुए उन्होंने कहा, अब मेरा दूसरा मिशन है- ‘वेड इन इंडिया’, विवाह हिन्दुस्तान में करो. हिन्दुस्तान के बाहर जो विवाह करने के लिए अनाप-शनाप रूपये, $ खर्च करके आते हैं…जी नहीं, ‘वेड इन इंडिया’. यहां तीन-चार दिन बारात लेकर कर आएं, धूमधाम से खर्चा करें, यहां के लोगों को रोजी-रोटी मिलेगी.
उन्होंने बोला कि पिछले वर्ष रिकॉर्ड तोड़ दो करोड़ से अधिक पर्यटक कश्मीर आए.
उन्होंने गुलमर्ग को राष्ट्र की शीतकालीन खेल राजधानी बनाने और जम्मू और कश्मीर में खेल के बुनियादी ढांचे और गतिविधियों के विकास के बारे में भी बात की.
पीएम मोदी ने बोला कि वंशवादी शासन और करप्शन ने क्षेत्रीय जेएंडके बैंक को बंद होने की कगार पर पहुंचा दिया था.
उन्होंने कहा, गवर्नमेंट के लगातार प्रयासों से आज जेएंडके बैंक फिर से मजबूत हो गया है. इस बैंक का फायदा 1700 करोड़ रुपए तक पहुंच रहा है.
उन्होंने आनें वाले ‘रमजान’ के पवित्र महीने के लिए राष्ट्र के लोगों को शुभकामनाएं देते हुए भाषण खत्म किया. उन्होंने बोला कि यह शांति, खुशी और प्रार्थना का महीना है.
उन्होंने राष्ट्र के लोगों को शुक्रवार की महाशिवरात्रि की भी शुभकामनाएं दीं.