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राज्यसभा चुनाव को लेकर राजा भैया का बड़ा ऐलान

उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों के लिए मतदान की घड़ी निकट आ गई है समाजवादी पार्टी अपने तीसरे एवं बीजेपी अपने 8वें प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरा बल लगा रही हैं दोनों ही दलों की नजर जनसत्ता दल लोकतांत्रिक (जेडीएल) के रुख पर टिकी हैं सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने जेडीएल प्रमुख एवं प्रतापगढ़ की कुंडा विधानसभा सीट से MLA राजा भैया से उनके आवास पर मुलाकात की थी इसके अगले ही दिन यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी भी राजा भैया से मिलने पहुंच गए थे<img class="alignnone wp-image-539619″ src=”https://www.newsexpress24.com/wp-content/uploads/2024/02/newsexpress24.com-images-2-19.jpg” alt=”” width=”1273″ height=”713″ />

दूसरी ओर, स्वयं सीएम योगी आदित्यनाथ भी सक्रिय मोड में आ गए तथा राजा भैया से मुलाकात कर राज्यसभा एवं लोकसभा, दोनों ही चुनाव के लिए उनका समर्थन मांगा अब राजा भैया ने साफ किया है कि इस चुनाव में उनकी पार्टी बीजेपी के साथ जाएगी उन्होंने बोला कि सपा के लोग आए थे मगर हमारी पार्टी के वोट बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में जाएंगे कहा जाता है कि बीजेपी नेता हों या सपा के प्रदेश अध्यक्ष, दोनों से ही मुलाकात में राजा भैया ने लोकसभा सीटों की बात की थी राजा भैया अब तक यह संभावनाएं टटोल रहे थे कि कौन सी पार्टी उनके दल को कितनी लोकसभा सीटें दे सकती है? राजा भैया अपनी पार्टी के लिए प्रतापगढ़ एवं कौशांबी, दो सीटें चाहते हैं बोला जा रहा था कि सपा ने राजा भैया की दो सीटों की डिमांड पर हामी भी भर दी थी दूसरी ओर, न तो सीएम योगी और ना ही यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने इसके लिए उन्हें कोई आश्वासन दिया था

राजा भैया से मुलाकात के चलते नरेश उत्तम ने सपा के साथ उनकी निकटता का जिक्र किया तथा अखिलेश यादव से टेलीफोन पर बात भी कराई सपा नेता ने यह भी बोला कि मुलायम सिंह यादव के न होने से बदले हालातों में पार्टी के लिए राजा भैया का साथ कितना जरूरी है राजा भैया ने सपा नेताओं से यह बोला कि यह पार्टी उनके लिए केवल एक पार्टी नहीं, उससे ऊपर है फिर राजा भैया के समाजवादी पार्टी के साथ जाने की अटकलें लगाई जाने लगी थीं मगर वोट बैंक के गुणा-गणित को देखते हुए वह असमंजस में थे राजा भैया की पार्टी के नेताओं का यह मानना था कि सपा के साथ आए तो दो सीटें भी मिल जाएंगी तथा सियासी फायदा भी है पुराने संबंध भी सपा से गठबंधन को नैसर्गिक बना देते हैं किन्तु खतरा यह है कि राजा भैया का होल्ड मुख्य रूप से राजपूत वोट बैंक पर है

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