सी.वी. आनंद बोस ने चुनाव संबंधी हिंसा की पुनरावृत्ति के खिलाफ दी कड़ी चेतावनी
लोक सभा चुनाव की तारीखों की घोषणा से महज कुछ घंटे पहले शनिवार को पश्चिम बंगाल के गवर्नर सी।वी। आनंद बोस ने चुनाव संबंधी अत्याचार की पुनरावृत्ति के विरुद्ध कड़ी चेतावनी जारी की है, जिसके लिए राज्य सालों से कुख्यात है।
राज्यपाल ने अत्याचार के अतिरिक्त मतदान प्रक्रिया के दौरान सियासी दलों द्वारा अपनाई जाने वाली करप्ट प्रथाओं के विरुद्ध भी आगाह किया है।
उन्होंने यहाँ मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, “मैं चाहता हूँ कि चुनावों में अत्याचार और करप्शन समाप्त हो। ये मेरी सर्वोच्च प्राथमिकताएँ हैं। इंसानों के खून से सियासी ‘होली’ की परंपरा अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ये चीजें अब राज्य में समाप्त होनी चाहिए।”
राज्यपाल ने कहा, “मैं सुबह छह बजे सड़कों पर उतरूँगा। मैं लोगों के लिए मौजूद रहूँगा। पिछले वर्ष पंचायत चुनावों में हुई मानव रक्त की सियासी ‘होली’ की अब अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।”
राज्यपाल की टिप्पणियाँ चुनाव आयोग द्वारा की गई टिप्पणियों के अनुरूप हैं।
चुनाव आयोग की हालिया पश्चिम बंगाल यात्रा के दौरान, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने राज्य प्रशासनिक मशीनरी को किसी भी मूल्य पर शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने का कड़ा संदेश दिया था।
उन्होंने राज्य के वरिष्ठ नौकरशाहों और पुलिस ऑफिसरों से मुलाकात के बाद मीडियाकर्मियों से वार्ता के दौरान कहा, “किसी भी हालात में मतदान उत्सव के माहौल में आयोजित किया जाना चाहिए। उच्च प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारियों को अपने अधीनस्थों के सभी स्तरों तक संदेश फैलाने का निर्देश दिया गया है ताकि अत्याचार मुक्त मतदान सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा सकें। यदि राज्य प्रशासन और पुलिस ऐसा करने में विफल रहे, हम उनसे ऐसा कराएँगे।”