Loksabha Election 2024: ‘चाणक्य’ का ऑफर का ठुकरा निर्दलीय बनी सांसद
महाराष्ट्र की अमरावती लोकसभा सीट काफी चर्चा में हैं। दरअसल, यहां की निर्दल सांसद नवनीत राणा को बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया है, जिसके बाद से महाराष्ट्र की राजनीति गर्मा गई है। यह वही नवनीत राणा है, जिनके निर्दलीय चुनाव जीतने के बाद एक शिवसेना सांसद ने उन्हें देख लेने की धमकी भी दी थी। दिलचस्प बात यह है कि पिछले चुनाव में नवनीत राणा ने बीजेपी शिवसेना गठबंधन के उम्मीदवार को ही यहां से शिकस्त दी थी, अब इस बार यहां का समीकरण बदल गया है। जो उम्मीदवार उस बार नवनीत राणा के विरुद्ध चुनाव लड़ा था। वह अब शिवसेना शिंदे गुट में हैं और वह यहां से दावेदारी कर रहे थे। अब वह नवनीत राणा की उम्मीदवारी का विरोध कर रहे हैं।
अमरावती सीट रही है शिवसेना का गढ़
महाराष्ट्र की अमरावती लोकसभा सीट को शिवसेना का गढ़ माना जाता है। यहां 25 सालों तक शिवसेना के अतिरिक्त किसी अन्य दल के उम्मीदवार को जीत नहीं मिली। साल 2014 में मॉडलिंग और फिल्मी दुनिया छोड़कर राजनीति में आईं और वह एनसीपी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी, लेकिन उनके विरुद्ध शिवसेना के उम्मीदवार आनंदराव अडसूल चुनाव जीत गए।
2019 में निर्दलीय जीतीं नवनीत
हार के बाद भी वह इस क्षेत्र में एक्टिव रहीं और समय समय पर शिवसेना से उनकी तानातनी भी देखी गई। साल 2019 के चुनाव में नवनीत राणा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया, हालांकि एनसीपी ने उन्हें टिकट की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इस चुनाव में वह निर्दलीय ही सांसद चुन ली गईं। उन्होंने लगभग 36 हजार वोटों से शिवसेना उम्मीदवार को चुनाव हरा दिया। इस जीत के बाद उन पर शिवसेना ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र लगाकर चुनाव लड़ने का इल्जाम भी लगाया।
जब नवनीत को मिली धमकी
पिछले वर्ष मार्च में महाराष्ट्र में वूसली काण्ड की काफी चर्चा थी। इसकी गूंज संसद में भी सुनाई दी। निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने इसको लेकर लोकसभा में भाषण भी दिया और शिवसेना कांग्रेस पार्टी के गठबंधन से बनी महाविकास आघाडी गवर्नमेंट को जमकर कोसा। इस घटना के बाद नवनीत राणा ने इल्जाम लगाया कि संसद की लॉबी में उन्हें शिवसेना सांसाद अरविंद सांवत की ओर से धमकाया गया। नवनीत राणा ने तब कहा था कि अरविंद सांवत ने कहा- ‘तू महाराष्ट्र में कैसे घूमती है, मैं देखता हूं। तेरे को भी कारावास में डालेंगे’। इस संबंध में उन्होंने लोकसभा स्पीकर और पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को भी पत्र लिखा था। अब बीजेपी ने उन्हें उसी सीट से उम्मीदवार बना दिया है जिसके बाद शिवसेना शिंदे गुट के कई नेता भी उनका विरोध करने लगे हैं।