अब WhatsApp पर मिलेगी सुप्रीम कोर्ट के हर मामले की जानकारी
हिंदुस्तान के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ ने गुरुवार को घोषणा की कि उच्चतम न्यायालय व्हाट्सएप संदेशों के माध्यम से अधिवक्ताओं को वाद सूची, मुकदमा फाइलिंग और मुकदमा लिस्टिंग के बारे में जानकारी प्रसारित करना प्रारम्भ कर देगा. वाद सूची किसी विशेष दिन पर न्यायालय द्वारा सुनवाई के लिए निर्धारित मामलों की रूपरेखा तैयार करती है. सीजेआई चंद्रचूड़ ने बोला कि हिंदुस्तान के सर्वोच्च कोर्ट ने एक छोटी सी पहल प्रारम्भ की. व्हाट्सएप मैसेंजर हमारे दैनिक जीवन में एक सर्वव्यापी सेवा रही है. इन्साफ तक पहुंच के अधिकार को मजबूत करने और न्यायिक प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए इसने एक ताकतवर संचार उपकरण की किरदार निभाई है.
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली नौ-न्यायाधीशों की पीठ ने याचिकाओं से उत्पन्न एक जटिल कानूनी प्रश्न पर सुनवाई प्रारम्भ करने से पहले, सीजेआई ने घोषणा की. उन्होंने बोला कि अब अधिवक्ताओं को मुकदमा फाइलिंग के संबंध में स्वचालित संदेश प्राप्त होंगे. इसके अतिरिक्त, बार के सदस्यों को प्रकाशित होते ही उनके मोबाइल टेलीफोन पर कारण सूची भी प्राप्त होगी. “यह सुविधा और सेवा हमारी दैनिक कार्य आदतों में जरूरी परिवर्तन लाएगी. इस कदम के बारे में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बोला कि यह एक और क्रांतिकारी कदम है. न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने उच्चतम न्यायालय का आधिकारिक व्हाट्सएप नंबर भी प्रदान किया और साफ किया कि वह किसी भी संदेश या कॉल को स्वीकार नहीं करेगा.
उन्होंने बोला कि हिंदुस्तान के मुख्य न्यायाधीश ने उच्चतम न्यायालय का आधिकारिक व्हाट्सएप नंबर भी प्रदान किया और साफ किया कि वह कोई भी संदेश या कॉल स्वीकार नहीं करेगा. सीजेआई चंद्रचूड़ के मार्गदर्शन में उच्चतम न्यायालय एक्टिव रूप से न्यायिक कार्यों के डिजिटलीकरण को आगे बढ़ा रहा है.