आरजेडी प्रत्याशी के समर्थन में तेजस्वी यादव ने एक चुनावी सभा को किया संबोधित
जमुई। चुनावी मौसम में नेताओं का पार्टी बदलने का सिलसिला लगातार जारी है। बिहार में भी चुनाव से ठीक पहले दलदबल का खेल जारी है। शनिवार को भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। जमुई के स्टेडियम मैदान में आयोजित आरजेडी प्रत्याशी के समर्थन में तेजस्वी यादव ने एक चुनावी सभा को संबोधित किया। तेजस्वी यादव की इस सभा में बिहार गवर्नमेंट के मंत्री सुमित कुमार सिंह के बड़े भाई राजद में शामिल हो गए।
पूर्व विधायक अजय प्रताप ने अपने समर्थकों के साथ आरजेडी का लालटेन थामा। पूर्व विधायक अजय प्रताप बिहार के दिग्गज मंत्री रहे नरेंद्र सिंह के बड़े बेटे हैं, जो 2010 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू के टिकट पर जमुई से विधायक बने थे। 2015 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने के बाद उन्हें हार का सामना करना पड़ा था जिसके बाद 2020 विधानसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट कट जाने के बाद उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी से वो चुनाव लड़े, जिसमें भी उनको हार का सामना करना पड़ा था।
सभी को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने एनडीए पर परिवारवाद करने की बात कहते हुए धावा बोला। जमुई सीट से एनडीए के LJPR लोकसभा प्रत्याशी अरुण कुमार भारती को बाहरी बता तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन में आरजेडी की अर्चना कुमारी को क्षेत्रीय उम्मीदवार बताया। तेजस्वी ने बोला कि लोकसभा चुनाव में एनडीए वाले जमुई सीट को प्रयोगशाला बना दिये हैं। वैसे लोगों को टिकट मिलता है जो यहां टिकेगा ही नहीं।
एनडीए प्रत्याशी के बारे में तेजस्वी यादव ने बोला कि वह मेहमान हैं। चुनाव के बाद वापस चल जाएंगे। रामविलास पासवान से उनके पिता लालू प्रसाद यादव का बेहतर संबंध रहा है। चिराग पासवान उनके बेटे हैं वो मेरे भाई हैं, जो आजकल पीएम मोदी के हनुमान बने हैं। चिराग पासवान उनके भाई समान हैं लेकिन वह पूछ रहे हैं कि उनके जीजा मेहमान का पता कहां है। जमुई के लोगों को जरूर होगा कि वह कहां जाएंगे।
परिवारवाद पर बोलते हुए तेजस्वी यादव ने बोला कि पहले चरण में बिहार के जिन चार लोकसभा क्षेत्र में चुनाव हो रहे हैं, वहां परिवारवाद का उदाहरण जिसमें जमुई सीट से 10 वर्ष सांसद रहे चिराग पासवान के जीजा चुनाव लड़ रहे हैं, नवादा सीट से सीपी ठाकुर के बेटे एनडीए के उम्मीदवार हैं, गया सीट जीतन राम मांझी तक रह जाती है, औरंगाबाद सीट से एनडीए प्रत्याशी बनाए गए सुशील कुमार सिंह की अपने पिता के राजनीति करने का लाभ उठाया उम्मीदवार बने हैं.
तेजस्वी यादव ने बोला कि उपमुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने बिहार के 5 लाख लोगों को सरकारी नौकरियां ऐसा कोई राज्य नहीं है जो 17 महीने में इतनी नौकरियां दी है, नीतीश कुमार पर बोलते हुए तेजस्वी यादव ने बोला कि उनके चाचा सीएम थे वो पलट गए इस बार वह पलटे नहीं है, उनको हाईजैक कर लिया गया है, हम उन्हें सम्मान देते हैं, तो बुजुर्ग हैं, बड़े हैं, हम छोटे हैं 2020 में हमने वादा किया था की 10 लाख लोगों को जॉब देंगे जिसे असंभव कहा गया था जिसे संभव करके दिखाया गया उपमुख्यमंत्री रहते हुए रात भर छापा मारते थे, कि हॉस्पिटल में चिकित्सक है कि नहीं हॉस्पिटल में दावा है कि नहीं.
केंद्र गवर्नमेंट पर धावा बोलते हुए तेजस्वी ने बोला कि जिस रेलवे में युवाओं को जॉब दी जाती थी, उसका निजीकरण किया गया है. राष्ट्र की संपत्ति को पूंजीवादी के हाथ में बेचा जा रहा है. युवाओं के साथ छल किया गया है. जनता आने वाले चुनाव में उत्तर देगी. इस मौके पर बीआईपी पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने भी अपने संबोधन में राजद प्रत्याशी अर्चना के लिये समर्थन मांगा है।