पटना: जेडी वीमेंस कॉलेज की छात्राओं ने 12वीं की पढ़ाई को लेकर किया प्रदर्शन
12वीं में पढ़ाई जेडी वीमेंस कॉलेज में ही जारी रखने की मांग को लेकर छात्राओं ने सोमवार की दोपहर करीब 12 बजे पुलिस मुख्यालय सरदार पटेल भवन के सामने नेहरू पथ के दोनों लेन को जाम कर दिया। वे सड़क पर बैठ गयीं वी वांट जस्टिस, हमारी मांगें पूरी करो जैसे नारे लगाने लगीं। इस वजह से नेहरू पथ (बेली रोड) पर दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी।
पुलिस ने किसी तरह वहां से छात्राओं को हटाया, इसके बाद सभी ने सीएम आवास के ठीक सामने गेट पर प्रदर्शन करना प्रारम्भ कर दिया। विद्यार्थियों का इल्जाम है कि हमें 11वीं के बाद कॉलेज से निकाला जा रहा है और बोला जा रहा है कि विद्यालय में जाकर 12वीं की परीक्षा दीजिए। अब वे किस विद्यालय में जायेंगी, कहां परीक्षा देंगी। यह समझ में नहीं आ रहा है।
कुछ दिन पहले ही यह नियम लाया गया है कि कॉलेज से अब 11वीं के बाद 12वीं की पढ़ाई नहीं होगी। इसके बाद से दो दिन पहले से सत्र 2023 में कॉलेजों में इंटर में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को प्लस टू विद्यालयों में एडमिशन कराने के लिए मैसेज भेजा जा रहा है। इससे सभी कॉलेजों के स्टूडेंट्स नाराज हैं।
प्रशासनिक महकमे में मची अफरा-तफरी
पटेल भवन के सामने से हटने के बाद छात्राएं सीएम आवास के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गयीं। इससे प्रशासनिक महकमे में अफरा-तफरी की स्थिति हो गयी। तुरन्त कई थानों की पुलिस फोर्स को सीएम आवास के पास बुलाया गया। वहां पर स्त्री पुलिसकर्मी नहीं होने के कारण छात्राएं सीएम आवास तक पहुंच गयीं और वहीं, धरना और नारा लगाना प्रारम्भ कर दिया। इससे पूर्व नेहरू पथ पर जाम के कारण एक ओर राजवंशी नगर हनुमान मंदिर तक, तो दूसरी ओर आइजीआइएमएस के आगे तक गाड़ियां जाम में फंस गयीं।
नेहरू पथ फ्लाइओवर पर भी काफी दूर तक जाम लगा रहा। इधर, पुलिस वाले छात्राओं को समझाने का कोशिश कर रहे थे, लेकिन उन पर कोई असर नहीं हो रहा था। कई राहगीर भी छात्राओं से उलझ गये, लेकिन उन्हें भी पीछे हटना पड़ा। करीब एक बजे दिन में किसी तरह छात्राओं को मनाकर जाम हटाया गया। वहीं, एएन कॉलेज के विद्यार्थियों ने भी बोरिंग रोड को भी करीब दो घंटे तक जाम कर दिया, इससे मार्ग पर दो घंटे के लिए जाम की स्थिति बन गयी।
पीपीयू के कॉलेजों में लगभग 34 हजार सीटें इंटर में
बताया जाता है कि पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी के पटना और नालंदा जिले के 26 कॉलेजों में इंटर की करीब 34 हजार से अधिक सीटें हैं। अब ये सभी स्टूडेंट्स परेशान हो रहे हैं। सोमवार को पीपीयू के लगभग सभी कॉलेजों में स्टूडेंट्स ने इस मुद्दे को लेकर कॉलेज प्रशासन से मिल कर अपनी परेशानी को रखा।